प्रदूषण का स्तर दिवाली के दौरान तेजी से बढ़ता है, और हर साल इसी दौरान वायु की गुणवत्ता में खतरनाक गिरावट आती है। पटाखों से निकलने वाले धुएं में जहरीले रासायनिक तत्व होते हैं, जैसे सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रस ऑक्साइड, और भारी धातुएं, जो वायु में मिलकर प्रदूषण के स्तर को काफी बढ़ा देते हैं। सांस के जरिए ये विषाक्त पदार्थ हमारे फेफड़ों तक पहुंचते हैं, जिससे अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, एलर्जी और अन्य सांस संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, विशेषकर बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा के रोगियों के लिए। इसके अलावा, वायु प्रदूषण का असर आंखों में जलन, सूजन और स्किन से संबंधित कई समस्याओं के रूप में भी नजर आता है।
वायु प्रदूषण का त्वचा पर प्रभाव
वायु प्रदूषण का त्वचा पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। प्रदूषण के संपर्क में आने से त्वचा की नमी कम हो जाती है, जिससे यह रूखी, बेजान और अस्वस्थ दिखने लगती है। प्रदूषण के कण त्वचा की बाहरी सतह पर जमा होकर रोमछिद्रों को बंद कर देते हैं, जिससे मुंहासे, पिगमेंटेशन और एक्ने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। प्रदूषण की वजह से त्वचा में सूजन और जलन भी महसूस हो सकती है, जो लंबे समय में स्किन एजिंग की समस्याओं का कारण बनती है। इन समस्याओं से बचाव के लिए त्वचा की विशेष देखभाल आवश्यक है।
त्वचा की देखभाल के उपाय
क्लेंज़िंग: प्रदूषण के कारण त्वचा पर जमा गंदगी और तेल को हटाने के लिए दिन में दो बार चेहरा साफ करना जरूरी है। सुबह उठने के बाद और बाहर से घर लौटने पर चेहरे को अच्छी तरह धोएं। इसके साथ ही हफ्ते में दो बार एक्सफोलिएट करना भी फायदेमंद होता है। इससे मृत कोशिकाएं और त्वचा पर जमी गंदगी हटाने में मदद मिलती है, और त्वचा साफ व ताजा महसूस होती है।
विटामिन सी, ई और सनस्क्रीन का उपयोग:
एंटीऑक्सीडेंट से युक्त स्किन केयर प्रोडक्ट, जैसे विटामिन सी और ई, त्वचा को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। ये तत्व त्वचा की प्राकृतिक चमक को बरकरार रखने और उसे अंदर से पोषण देने में मदद करते हैं। बाहर जाते समय, 30 एसपीएफ या उससे अधिक एसपीएफ वाला सनस्क्रीन लगाना बेहद जरूरी है, ताकि त्वचा पर सूर्य की यूवी किरणों और प्रदूषण के हानिकारक प्रभावों से बचा जा सके।
घरेलू नुस्खे:
स्किन केयर के लिए घरेलू उपाय भी बहुत फायदेमंद होते हैं। त्वचा पर ग्लो लाने के लिए एलोवेरा, हल्दी और ओट्स से बने फेस मास्क का उपयोग कर सकते हैं। एलोवेरा फेस मास्क त्वचा को ठंडक और नमी प्रदान करता है, जबकि हल्दी का एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण त्वचा की जलन को कम करने में सहायक होता है। ओट्स फेस मास्क भी त्वचा को साफ और मुलायम बनाता है।
फेस ऑयल:
सर्दियों और प्रदूषण की वजह से त्वचा और अधिक रूखी हो जाती है, खासकर अगर त्वचा पहले से ही ड्राई हो। इस स्थिति में रात को सोने से पहले फेस ऑयल का उपयोग करने से त्वचा को गहराई से नमी और पोषण मिलता है। नारियल का तेल और बादाम का तेल चेहरे के लिए अच्छे विकल्प हैं, जो त्वचा को मॉइस्चराइज करने के साथ-साथ उसे नर्म और चमकदार बनाते हैं।
डाइट का ख्याल रखना:
स्वस्थ त्वचा के लिए उचित आहार भी उतना ही आवश्यक है। फेस्टिव सीजन में मीठा, तला-भुना और मसालेदार भोजन के सेवन से बचें, क्योंकि ये त्वचा की सेहत को प्रभावित कर सकते हैं। फल, सब्जियां, हरी पत्तेदार सब्जियां और नट्स में पाए जाने वाले विटामिन्स और मिनरल्स त्वचा को पोषण प्रदान करते हैं और उसे स्वस्थ बनाते हैं। इसके साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी पीना भी बेहद जरूरी है, जिससे त्वचा की नमी बरकरार रहे।
इन उपायों का नियमित पालन कर हम दिवाली के दौरान और उसके बाद भी वायु प्रदूषण के त्वचा पर पड़ने वाले हानिकारक प्रभावों से बच सकते हैं, और त्वचा को स्वस्थ व चमकदार बनाए रख सकते हैं।
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