गंगटोक: सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) ने सिटिजंस एमेंडमेंड बिल सिक्किम विधानसभा में पारित नहीं करने का निर्णय लिया है. जंहा पार्टी प्रवक्ता एवं मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव जैकब खालिंग ने कैब के संबंध में एसकेएम ने लोकसभा में अपना रवैया स्पष्ट कर दिया है. क्योंकि पार्टी सांसद इंद्र हांग सुब्बा ने बीते सोमवार को लोकसभा में उक्त बिल के खिलाफ वोट किया. यदि भविष्य में यह बिल सिक्किम विधानसभा में पेश किया गया तो भी विरोध ही करेंगे.
जानकारी मिली है कि विधानसभा में एसकेएम बहुमत में होने के कारण पारित होना असंभव है. लेकिन कैब से लंबी समय के लिए राहत दिलाने के लिए संसोधन अति आवश्यक है. हालांकि सोमवार को ही यह बिल पारित हुआ है. उक्त बिल प्रस्तुत करते समय संसोधन फिलहाल संभव नहीं है. लेकिन केंद्र सरकार ने सकारात्मक संकेत दिए हैं. क्योंकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सिक्किम के विशेष संवैधानिक प्रावधान 371 (एफ) का उल्लेख करते हुए राज्य को उक्त बील के दायरे से बहार रखने का पूरा अधिकार होने का बयान दिया था. इसी आधार पर हम कैब का विरोध करेंगे.
गोरखााओं को घुसपैठिया कहने के विरोध में गृहमंत्री का पुतला फूंका: सूत्रों के मुताबिक इस बात का पता चला है कि गोरखााओं को घुसपैठिया कहने के विरोध में गोजमुमो विनय पंथी शिविर ने सोमवार को गृहमंत्री का अमित शाह और सांसद राजू बिष्ट का चौक पर पुतला फूंका. इस मौके पर जमकर दोनों नेताओं नारेबाजी भी की. इस मौके पर गोजमुमो अध्यक्ष विनय तामांग ने कहाकि वर्षों में भारत में रहने वाले गोरखाओं को कोई घुसपैठी कैसे बता सकता है. मोर्चा टाउन कमेटी ने कहा कि जब सदन में गोरखाओं को घुसपैठिया बताया जा रहा था तब सांसद राजू बिष्ट मौन रहे. उन्होंने विरोध दर्ज क्यों नहीं कराया. इस मुद्दे पर दोनों नेताओं को माफी मांगने चाहिए.
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