पटना। उत्तरप्रदेश की तर्ज पर बिहार में सत्तासीन भाजपा जेडीयू गठबंधन सरकार ने स्लाॅटर हाउसेस को बंद करने का निर्णय लिया है। हालांकि यहाॅं सभी स्लाॅटर हाउस बंद नहीं होंगे लेकिन सरकार अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई करेगी। इस मामले में पशु और मत्स्य पालन मंत्री पशुपति कुमार पारस के हवाले से जानकारी सामने आई है कि सरकार लगभग 140 बूचड़खाने बंद करेगी।
यदि ऐसा होता है तो फिर बिहार में केवल दो बूचड़खाने ऐसे होंगे जिनके पास लाइसेंस होगा। मिली जानकारी के अनुसार यदि नियमों की बात करें तो अरारिया जिले और फारबिसगंज में स्थित दो बूचड़खाने वेध बताए जा रहे हैं। हालांकि इस मामले में अभी पुष्टि नहीं हो पाई है लेकिन अधिकारियों द्वारा दबे छिपे तरीके से इस तरह की जानकारी दी जा रही है।
राज्य में सर्वाधिक अवैध स्लाॅटर हाउससे सीमांचल क्षेत्र में हैं। इन क्षेत्रों में कासगंज व पुरनिया शामिल हैं। गौरतलब है कि पूर्व पशुपालन मंत्री अवधेश कुमार सिंह ने राज्य के विभिन्न जिलों के कलेक्टर्स से बूचड़खानों को लेकर जानकारी मांगी थी। अब सरकार इस पर कार्रवाई करने की तैयारी में है।
हालांकि भोजपुर जिला स्थित रानीसागर में प्रशासन ने स्लाॅटर हाउस को असंगत तरह से संचालित होने पर बदं करवा दिया। इस मामले में तीन लोगों को पकड़ा गया है। दूसरी ओर तीन अन्य को कथित तौर पर बजरंग दल द्वारा बीफ सप्लाय का विरोध करने पर पकड़ा गया।
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