नई दिल्लीः देश में आई आर्थिक मंदी से सबसे अधिक वाहन उद्योग प्रभावित हुआ है। इस सेक्टर में लाखों की संख्या में रोजगार खत्म हुए हैं। उद्योग ने सरकार से राहत पैकेज की मांग की है। लेकिन निजी क्षेत्र बैंकिंग के जनक माने जाने वाले न्यू डेवलपमैंट बैंक (ब्रिक्स बैंक) के अध्यक्ष केवी कामथ ने इस मुद्दे पर सरकार का बचाव करते हुए कबा कि मंदी पूरे विश्व में है और इसकी वजह भी कुछ और है। उन्होंने कहा कि भारत में मोटर वाहन उद्योग में छाई मंदी को कामथ ने केवल भारत की नहीं बल्कि पूरी दुनिया की परेशानी बताया।
कामथ ने कहा कि अकेले चीन में ही मोटर वाहनों की बिक्री में 15 फीसदी की गिरावट आई है। शंघाई जैसे शहर में जहां सबसे ज्यादा मोटर वाहन खरीदे जाते हैं, वहां भी गिरावट दर्ज की गई है।उनके अनुसार इसकी वजह है कि नई पीढ़ी में निजी वाहनों के प्रति रुचि घटती जा रही है। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी सार्वजनिक परिवहन से चलना ज्यादा पसंद करने लगी है।
उन्हें मेट्रो या बस या टैक्सी में चलते हुए मोबाइल पर अपने मनपसंद का संगीत सुनने, चैट करने या ईमेल भेजने में ज्यादा दिलचस्पी है और इसलिए वह लंबी दूरी के लिए खुद ड्राइविंग का कष्ट नहीं उठाना चाहते हैं। शहरों में सड़कों पर जबर्दस्त जाम, घर से कार्यक्षेत्र की लंबी दूरी और पार्किंग की बढ़ती समस्या भी लोगों को खुद के वाहन रखने और उन्हें चलाने से विमुख कर रही है। बढ़ते वाहन प्रदूषण की वजह से सरकारों और स्थानीय प्रशासनों ने निजी वाहनों के परिचालन में कई पाबंदियां लगाई हैं, इसलिए भी लोग सार्वजनिक परिवहन अधिक पसंद कर रहे हैं।
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