नई दिल्लीः अर्थव्यवस्था में छाई मंदी को हटाने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कल से व्यापार जगत के साथ बैछकें शुरू करने वाली हैं। अर्थव्यवस्था की खराब हालत के कारण सरकार की लगातार आलोचना हो रही है। इसको लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस सप्ताह कई बैठकें करने वाली हैं। बैठकों की इस सीरीज में वित्त मंत्री सबसे पहले मंगलवार को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) से जुड़े प्रतिनिधियों के साथ मीटिंग करने वाली हैं। इस सेक्टर की देशभर में 6.34 करोड़ यूनिट्स हैं।
साथ ही इस सेक्टर में करीब 12 करोड़ कर्मचारी हैं और वे देश की जीडीपी में 20 प्रतिशत योगदान देते हैं। एमएसएमई सेक्टर की भारत के कुल निर्यात में करीब 45 प्रतिशत भागीदारी है। इसके बाद 7 अगस्त को निर्मला सीतारमण ऑटोमोबाइल सेक्टर के बिजनेस लीडर्स के साथ बैठक करेंगी। इस बैठक में ट्रांसपोर्ट मंत्री नितिन गडकरी भी हिस्सा लेंगे। बिक्री में गिरावट के कारण बीते तीन महीनों से ऑटोमोबाइल डीलरशिप में करीब 2 लाख नोकरी गई हैं।
यात्री वाहनों में तो बीते एक साल से बिक्री में भारी गिरावट देखी जा रही है। ऑटोमोबाइल कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इंडिया (ACMA) ने चेतावनी दी है कि अगर हालात नहीं सुधरे तो ऑटो सेक्टर से करीब 10 लाख नोकरी जा सकती हैं। इसके बाद 8 अगस्त को वित्त मंत्री उद्योग जगत के संगठनों के साथ मीटिंग करेंगी। इसके एक दिन बाद वित्त मंत्री बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE), नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और म्यूचुअल फंड हाउसेज के वित्त बाजार के प्रमुखों से मुलाकात करेंगी।
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