अमेठी: सोमवार को भाजपा की नेता स्मृति ईरानी ने कहा कि उन्हें अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव मैदान में इसलिए नहीं उतारा गया था कि वह महिला हैं, बल्कि पार्टी को लगता था कि केवल वही उन्हें हरा सकती हैं। ईरानी की टिप्पणी यह कहे जाने पर आई कि सरकार को महिला रियल एस्टेट डेवलपर्स को तत्काल अनुमति देने पर विचार करना चाहिए।
रियल एस्टेट डेवलपर्स के संगठन 'क्रेडाई' द्वारा आयोजित सम्मेलन में महिला एवं बाल विकास मंत्री ईरानी ने कहा, "मैं इसकी जगह पुरुष डेवलपर्स के साथ प्रतिस्पर्धा करना पसंद करूंगी। मुझे अमेठी इसलिए नहीं भेजा गया था, क्योंकि मैं एक महिला हूं। मुझे अमेठी इसलिए भेजा गया, क्योंकि मैं एकमात्र व्यक्ति थी जो उस आदमी (राहुल गांधी) को पराजित कर सकती थी।" स्मृति ईरानी ने क्रेडाई महिला एवं युवा नेतृत्व शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए बिल्डरों से कहा कि वे निर्माण गुणवत्ता से समझौता किए बिना रियल एस्टेट परियोजनाओं को सस्ता रखने पर ध्यान दें। मंत्री ने क्रेडाई से युवा महिलाओं समेत युवाओं को पहली पीढ़ी का रियल एस्टेट 'डेवलपर' बनाने में सहायता करने को बोला।
गौरतलब है कि महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में नेहरू-गांधी परिवार के गढ़ अमेठी में राहुल गांधी को तकरीबन 55,000 वोटों के मार्जिन से पराजित किया था। इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में वह राहुल गांधी के सामने एक लाख वोटों के अंतर से हार गई थीं।
कर्नाटक चुनाव नतीजों के बाद नितिन गडकरी का तंज, बोले- ''पोस्टर-बैनर' से नहीं मिलते वोट',
'अधिकतर MLA मुझे सीएम बनाना चाहते हैं..', सिद्धारमैया के दावे से कर्नाटक में सियासी हलचल तेज
प्रदेश में सियासी हलचल तेज, अगले माह से चुनावी शंखनाद करेंगी पार्टियां