शिमला : भारत-चीन सीमा से सटे शिपकिला के गांव नमज्ञा के साथ लगते डोगरी नाले में हिमखंड के नीचे दबे जम्मू-कश्मीर राइफल के पांच जवानों का अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। पिछले 72 घंटे से से अधिक समय से भारतीय सेना, आईटीबीपी, पुलिस और स्पेशल क्यूआरटी की टीम लापता जवानों की तलाश में युद्धस्तर पर जुटी हुई है। शनिवार सुबह से ही मौसम साफ रहने पर बड़े स्तर पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
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लगातार जारी है सर्चिंग
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार लापता जवानों की तलाश में सेना के करीब 200 जवान, आईटीबीपी की 17वीं वाहिनी के 30 जवान तैनात हैं। इसके अलावा मशीनों से भी खोजने का काम चल रहा है। एक स्निफर डॉग भी खोज के लिए लाया गया है। वहीं, जम्मू-कश्मीर की दो टीमें भी सर्च ऑपरेशन के लिए मौके पर मौजूद है। बता दें बुधवार सुबह गश्त पर निकले भारतीय सेना के छह जवान अचानक गिरे हिमखंड के नीचे दब गए थे। इनमें से हिमाचल के बिलासपुर जिले के जवान राकेश कुमार का शव बरामद कर लिया गया था, जबकि अन्य पांच जवानों को अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है।
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शहीद जवान का हुआ अंतिम संस्कार
जानकारी के लिए बता दें हिमखंड की चपेट में आने से आईटीबीपी के भी पांच जवान जख्मी हुए थे। हिमखंड में दबे छह जवानों में से हिमाचल के एक जवान राकेश का पार्थिव शरीर शुक्रवार को उनके पैतृक निवास बिलासपुर जिले के शाहतलाई के घुमारपुर गांव में पहुंचा दिया गया। जहां उनका पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ।
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