जापान की दिग्गज टेलिकम्युनिकेशंस कंपनी 'सॉफ्टबैंक कॉरपोरेशन' ने भारत के अक्षय ऊर्जा सेक्टर में निवेश के लिए भारती इंटरप्राइजेज और फॉक्सकॉन के साथ समझौता किया है. सॉफ्टबैंक भारत में 20,000 मेगावाट के सोलर पावर प्लांट लगाएगी. कुल मिलाकर यह 20 अरब डॉलर के निवेश करेगी. गौरतलब रहे कि सरकार 2022 तक 1 लाख 75 हजार मेगावाट की क्षमता के अक्षय ऊर्जा के पावर प्लांट लगाने की योजना में है. जिनमें 1 लाख मेगावाट सिर्फ सौर ऊर्जा से उत्पादन की तैयारी है. इस लिहाज से ये बहुत बड़ी खबर है.
सॉफ्टबैंक भारत में- इस करार पर भारती इंटरप्राइजेज के चेयरमैन सुनील मित्तल ने बतलाया कि भारत के अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में भारती इंटरप्राइजेज, सॉफ्टबैंक कार्प और फॉक्सकॉन के बीच जो समझौता हुआ है उसमे सॉफ्टबैंक सबसे बड़ा हिस्सेदार होगा.
नई कम्पनी, नये CEO- भारती इंटरप्राइजेज, सॉफ्टबैंक और फॉक्सकॉन के सोलर पावर ज्वाइंट वेंचर का नाम 'SVB cleantech' होगा, और इसका मुख्यालय देश की राजधानी दिल्ली में होगा. सुनील मित्तल ने बताया कि भारती इंटरप्राइजेज के रमन नंदा सोलर पावर की इस नयी कम्पनी के सीईओ होंगे. वहीं भारती इंटरप्राइजेज के ही मनोज कोहली इसके चेयरमैन होंगे.
सॉफ्टबैंक का निवेश कितना फायदेमंद- सॉफ्टबैंक कार्प पिछले 9 माह में कंपनी ने भारत में 1 अरब डॉलर का निवेश किया है. और सॉफ्टबैंक कार्प आने वाले 10 सालों में 10 अरब डॉलर से भी ज्यादा का निवेश करने की योजना पर काम कर रही है. जिससे भारतीय बाजार में ढेरों रोजगार बढ़ने की उम्मीद हैं.
कितनी ऊर्जा में सौर ऊर्जा- साल 2015 में सोलर एनर्जी या सौर ऊर्जा के भारत में 250 फीसदी से भी ज्यादा तेज ग्रोथ करने के प्रबल आसार हैं. भारत समेत पूरी दुनिया सोलर एनर्जी में जबरदस्त निवेश कर रही है. पडोसी चीन सोलर एनर्जी के उत्पादन के मामले में नंबर 1 है. चीन का सोलर एनर्जी से बिजली उत्पादन भारत के 8 गुने से भी ज्यादा का है.