कानपुर : आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिक एक सॉफ्टवेयर तैयार करेंगे जो देश के वित्तीय और पूंजी बाजार को साइबर अटैक से बचाने के लिए कारगर साबित होगा। शुक्रवार को इसके लिए आईआईटी निदेशक और द नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड के एमडी के बीच यह समझौता हुआ।
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सबसे बड़ा खतरा साइबर अटैक से
प्राप्त जानकारी अनुसार निदेशक ने इस बारे में बताया कि मौजूदा समय में देश तेजी से डिजिटलाइज्ड हो रहा है। इसके चलते मार्केट को सबसे बड़ा खतरा साइबर अटैक से है। भारतीय वित्तीय और कैपिटल मार्केट इको-सिस्टम को साइबर खतरों से बचाना जरूरी है। इसके लिए आईआईटी कानपुर काम करेगा। उन्होंने कहा कि साइबर खतरों और हैकिंग से सुरक्षित रहने के लिए आईआईटी कानपुर से हाथ मिलाया गया है।
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कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार आईआईटी के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष ने बताया कि संस्थान में बनी सीआई सेंटर में साइबर सिक्योरिटी को लेकर कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं। सेंटर में सिक्योरिटी असेस्मेंट, वलनरबिल्टी डिटेक्शन, साइबर थ्रेट मॉडलिंग, सिक्योरिटी इंसीडेंट मैनेजमेंट सॉल्यूशन, ब्लॉक चेन पर आधारित अनेक तरह के सुरक्षा कवच बनाए जा रहे हैं। जल्द ही इंडियन कैपिटल मार्केट को सुरक्षित रखने के लिए प्रयास शुरू कर दिया जाएगा।
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