नई दिल्ली: संसद की कार्यवाही के चलते हुई सुरक्षा में चूक को लेकर कई नेताओं की प्रतिक्रियाएं आई हैं. एक तरफ सरकार ने कहा कि संसद पूरी तरह सुरक्षित है, दूसरी तरफ I.N.D.I.A. गठबंधन का कहना है कि सरकार संसद की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है. वहीं जदयू सांसद गिरधारी यादव ने कहा है कि स्थिति ऐसी हैं कि कोई किसी भी एमपी को उठा ले जाएगा.
जदयू सांसद ने कहा, "संसद की सुरक्षा के लिए स्टाफ ही नहीं है. सब कॉन्ट्रेक्ट पर स्टाफ लगा हुआ है. हालात ऐसे है कि किसी भी सांसद को कोई उठा ले जाएगा किसी दिन. कॉन्ट्रेक्ट पर रखेंगे लोगों को कम सैलरी पर तो वो कुछ पैसे लेकर किसी को भी संसद में घुसा देगा तथा वो हमें उठा लेकर चले जाएंगे किसी दिन." वहीं कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कार्यवाही के चलते हंगामा मचाने वाले आरोपियों को पास जारी करने वाले भाजपा सांसद पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा, "भाजपा संसद ने पास इश्यू कराए थे उन लोगों को, जिन्होंने सुरक्षा में सेंध लगाई. हमने इसको लेकर शिकायत की, मगर सरकार कुछ सुनने के लिए तैयार नहीं है. संसद भवन को भी ये सुरक्षित नहीं रख सकते हैं. क्या ये लोग वापस पुलवामा जैसी घटना चाहते हैं क्योंकि स्वयं ही पास जारी करते हैं तथा फिर ये घटना घटती है. क्या ये पुलवामा का पुनरावृति थी?"
संसद में सुरक्षा चूक को I.N.D.I.A. गठबंधन ने भी आज बैठक बुलाई है जिससे भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों. I.N.D.I.A ब्लॉक के अनुसार, इस मुद्दे पर सरकार गंभीर नहीं नजर आ रही है. वर्ष 2001 में सुरक्षा बलों ने आतंकियों को संसद में घुसने नहीं दिया था. I.N.D.I.A गठबंधन इस बात पर चर्चा करेगा कि उसका ज्ञापन राष्ट्रपति मुर्मू को सौंपा जाना चाहिए. I.N.D.I.A ब्लॉक ये भी मांग करेगा कि संसद की सुरक्षा की समीक्षा करने तथा अपनी प्रतिक्रिया भेजने के लिए संयुक्त संसदीय समिति का गठन किया जाए.
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