आँखें.. जिससे हम सारी दुनिया देखते सकते हैं। वही आँखे सभी की एक जैसी हैं। हम सभी की आँखों की पुतली गोल होती है। लेकिन दुनिया में ऐसे में बहुत से जानवर हैं जिनकी आँखों की पुतली बेहद अलग है। हम बात कर रहे हैं आज उन्ही की आँखों की। जानिये अलग अलग आँखों के अलग अलग राज़।
वैज्ञानिकों के अनुसार सबसे पहले पानी में रहने वाले जीवों की आंखें विकसित हुईं जहां रोशनी अलग तरीके से चलती है और वहां नमी भी बहुत होती है। उसके बाद जैसे-जैसे पानी के भीतर और उसके बाहर प्रजातियां विकसित होने लगीं, आंखों की पुतलियों के आकार अनोखे होने लगे।
वर्टिकल पुतली - वर्टीकल स्लिट कुकुरीय प्रजातियों, बिल्लियों, कुछ सांपों और छिपकलियों में देखा जाता है। यह सभी प्रजातियां रात में अपना भोजन ढूंढती हैं।
'डब्ल्यू' आकार की पुतली - ऐसी पुतलियां कैटफिश की होती हैं। ये जीव ज्यादा रोशनी और गहरे अंधेरे में इंसानों की तुलना में ज्यादा बेहतर देख सकते हैं।
पुतली हॉरिजेंटल - ऐसी पुतली घोड़े ,नेवले, कुछ तरह के मेंढक और ऑक्टोपस में पुतलियों का आड़ा आकार दिखता है। इसी वजह से ये बड़ा दृश्य आसानी से देख पते हैं। कभी कभी इनको चारो दिशाओ में देखने के लिए गर्दन घूमने की ज़रूरत नही पड़ती।
एक अलग प्रकार की पुतलियां अधिकतर पानी के जीवों या पानी और हवा दोनों में देख सकने वाले जीवों में होती हैं।
डॉल्फिन की आंखों की पुतलियां पूरी तरह सिकोडऩे पर अंग्रेजी के 'यू'आकार की हो जाती हैं।
क्या आप भी करते है रात में मोबाइल यूज़, तो यह खबर है आपके लिए