कराची। लगता है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ के विरूद्ध पाकिस्तान में सियासी प्रयास तेज हो गए हैं। पाकिस्तान के प्रमुख नेताओं द्वारा नवाज शरीफ के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इन नेताओं में पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और उनके पुत्र बिलावल भुट्टो चुनाव में भागीदारी करेंगे। इतना ही नहीं पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की पुण्यतिथि पर इस तरह की घोषणा की गई।
बिलावल भुट्टो और आसिफ अली जरदारी ने नवाज शरीफ की आलोचना की। दोनों ही नेताओं ने शरीफ सरकार पर जमकर हमला किया। तो दूसरी ओर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के 61 वर्षीय सह अध्यक्ष जरदारी द्वारा 18 माह के स्व निर्वासन से आने के बाद नवाज का विरोध किया गया। इस मामले में कहा गया कि लरकाना से बिलावल चुनावी मैदान में होंगे तो दूसरी ओर पिता पुत्र ने पनामा पेपर्स व आतंकवाद समेत कई मसलों पर हमला किया।
इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सोहार्दपूर्ण संबंध रखने को लेकर नवाज शरीफ की आलोचना भी की। गौरतलब है कि पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की बरसी पर आसिफ अली जरदारी ने कहा कि पाकिस्तान को बचाने के लिए हमने बड़ी कुर्बानी दी है। उन्होंने कहा कि वे मुगल शासक नवाज शरीफ का शासन यहां नहीं चलने देंगे। उन्होंने कहा कि हमें तानाशाह से लड़ना है मगर सेना के विरूद्ध आवाज तेज नहीं की हैं।