पटना: बिहार में सियासी उलटफेर के बाद महागठबंधन के घटक दलों को यह चिंता सताने लगी है कि कहीं उनका भी हाल BJP-JDU जैसा न हो जाए। ऐसे में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में रहने के चलते जिस समन्वय समिति के गठन की मांग उठ रही थी,उसी भांति की समिति ‘महागठबंधन’ के लिए बनाई जा सकती है।
वही इसके संकेत शुक्रवार शाम को प्राप्त हुए, जब महागठबंधन के चौथे सबसे बड़े घटक भाकपा (माले) के MLA संदीप सौरव ने कहा, सीएम समन्वय समिति के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा, गठबंधन के किसी घटक को इस पर आपत्ति नहीं है। इसलिए, इसका गठन उचित वक़्त पर होगा। दरअसल, JDU और BJP के बीच पिछले कुछ दिनों से हालत बिगड़ती जा रही थी। ऐसे में कई नेताओं ने समन्वय समिति के गठन पर जोर दिया था। ऐसी ही एक समन्वय समिति पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के वक़्त बनी थी तथा इसके संयोजक जॉर्ज फर्नांडिस थे।
JDU नेताओं का कहना है कि इस प्रकार की समिति नहीं होने के कारण घटक दलों के पास एक दूसरे के प्रति अपना विरोधी मत रखने के लिए कोई मंच नहीं था, जिसके कारण नेता मीडिया के सामने जाते थे तथा दोनों दलों के बीच खटास बढ़ती गई। नीतीश कुमार के नजदीकी सूत्रों ने बताया कि सीएम अगले हफ्ते दिल्ली का दौरा कर सकते हैं। यह दौरा कैबिनेट विस्तार के कुछ वक़्त पश्चात् ही होगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत शीर्ष विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं। इस के चलते समिति बनाने पर भी चर्चा संभव है।
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