झारखण्ड : जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है. जी हां बीते दिन अस्पताल में एक बेटा अपने 83 वर्षीय पिता को पीठ पर लादकर इलाज के लिए घंटो तक दरबदर भटकता रहा, यह सब देखने के बावजूद भी अस्तपाल में मौजूद कर्मचारी और डॉक्टर किसी ने भी आगे बढ़कर इलाज नहीं किया.
जब इस बारे में मीडिया ने पीड़ित बेटे से पूछा तो पीड़ित ने बताया कि पिता सुबह चक्कर आने के बाद गिर गए थे. उनके पैर-हाथ में चोट आई और नाक से खून बहने लगा था. तो हम उन्हें एमजीएम अस्पताल लेकर आए लेकिन, यहां स्ट्रेचर उपलब्ध न होने की वजह से मुझे पिता को पीठ पर लादना पड़ा. वही जब 20 मिनट तक लाइन में खड़े होकर रजिस्ट्रेशन पर्ची बनवाई, फिर उसके बाद से पीठ पर लादकर ओपीडी घूमता रहा. उसके काफी देर बाद किसी ने बताया कि ओपीडी बंद है
जिसके बाद पीड़ित बेटा अपने पिता को इमरजेंसी लेकर पंहुचा लेकिन वहां भी काफी लम्बी लाइन लगी थी और पिता कि हालत बिगड़ती जा रही थी, जिससे देखकर पीड़ित बेटे के सब्र का बाँध टूट गया, और अस्पातल में हंगामा शुरू कर दिया, जिसके बाद पिता की ड्रेसिंग रूम में मरहम-पट्टी की गई, वही जब डॉक्टरों से इस बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी ऐसा हुआ है तो निश्चित रूप से जांच होगी और दोषी पर कार्रवाई की जाएगी.
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