रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित कांग्रेस के अधिवेशन के दौरान पार्टी के पूर्व प्रमुख सोनिया गांधी ने राजनीति से संन्यास लेने के संकेत दे दिए हैं। इसके साथ ही सोनिया गांधी ने आगामी लोकसभा चुनाव भी नहीं लड़ने की बात कही है। उन्होंने कहा कि 2004 और 2009 के चुनाव में UPA की जीत ने मुझे निजी तौर पर संतुष्टि दी थी और मुझे इस बात की भी खुशी है कि भारत जोड़ो यात्रा अंंतिम पड़ाव पर पहुंच गई। मुझे यकीन है कि आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व यह यात्रा के लिए कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण पड़ाव साबित होगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस वक़्त सबसे चुनौतीपूर्ण वक़्त से गुजर रही है।
इस दौरान सोनिया गांधी ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा है कि भाजपा-RSS ने देश की हर संंवैधानिक संस्था पर कब्जा कर रखा है। यही नहीं, कुछ व्यापारियों के हितों के लिए भाजपा सरकार द्वारा आर्थिक तबाही मचाई जा रही है, मगर हम इन लोगों की तनाशाही के आगे झुकने वाले नहीं हैं। सोनिया ने आगे कहा कि कांग्रेस की जीत ही देश की जीत है और हम देश के लिए लड़ते रहेंगे।
वायरल हो रहा सोनिया गांधी का सालों पुराना बयान :-
बता दें कि, आज जब सोनिया गांधी ने अपनी सियासी पारी के अंत के संकेत दिए हैं, तो उनका एक पुराना बयान जमकर वायरल हो रहा है। जिसमे सोनिया गांधी ने कहा था कि, मेरे बच्चे (राहुल और प्रियंका गांधी) कभी राजनीति में नहीं आएँगे। पत्रकार तवलीन सिंह ने अपनी किताब 'दरबार' में इसका उल्लेख किया है। दरअसल, एक रोज राजीव गांधी अपनी पत्नी सोनिया गांधी के साथ दिल्ली की एक आलीशान पार्टी से लौट रहे थे, उनके साथ पत्रकार तवलीन सिंह भी मौजूद थे, बातों-बातों में सोनिया गांधी से तवलीन सिंह ने पूछा कि क्या वह चाहती हैं कि उनके बच्चे राजनीति में जाएं? इस पर सोनिया गांधी ने जवाब देते हुए कहा था कि 'मेरे बच्चे सड़क पर भीख मांग लेंगे लेकिन राजनीति में कभी नहीं आएंगे।' हालांकि, बाद में सोनिया को खुद भी राजनीति में उतरना पड़ा और उनके पुत्र राहुल गांधी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद भी संभाला। आज राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए भी पुरजोर प्रयास कर रहीं हैं। कभी अपने बच्चों को राजनीति में न लाने की बात कहने वालीं सोनिया गांधी, आज अपनी राजनितिक विरासत राहुल और प्रियंका वाड्रा को सौंपकर खुद राजनीति से अलग हो रहीं हैं, तो उनका ये पुराना बयान जमकर वायरल हो रहा है।
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