नई दिल्ली: कांग्रेस के लिए बुधवार (19 अक्टूबर) का दिन बेहद अहम रहा। एक तरफ जहां 2 दशकों से अधिक समय बाद पार्टी को गैर-गांधी अध्यक्ष मिला। वहीं, रायबरेली से लोकसभा सांसद सोनिया गांधी का एक खास फैसला भी पार्टी में नई शुरुआत करता दिखाई दे रहा है। खबर है कि अध्यक्ष पद का चुनाव जीतने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोनिया से मुलाकात के लिए वक़्त मांगा था, जो उन्हें नहीं मिला।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अध्यक्ष पद के परिणाम घोषित होते ही खड़गे 10 जनपथ यानी सोनिया गांधी से मिलना चाहते थे। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ। रिपोर्ट के मुताबिक, खड़गे को अपॉइंटमेंट नहीं मिला। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने जानकारी दी है कि 30 मिनट तक नेताओं की भीड़ में रहने के बाद सोनिया गांधी ने फैसला किया कि मौके को देखते हुए उन्हें मुलाकात के लिए जाना चाहिए।
ऐसा हुआ भी और खड़गे और सोनिया की मुलाकात 10 जनपथ की जगह 10 राजाजी मार्ग पर हुई। सोनिया गांधी खुद बुके लेकर दिग्गज नेता के आवास पर पहुंची थीं। खास बात है कि यह काफी कम ही देखने को मिला है, जब पार्टी नेतृत्व किसी नेता के आवास पर मिलने पहुंचा है। हालांकि, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का मामला अलग रहा। वर्ष 2015 में कोयला घोटाले में मनमोहन सिंह को तलब किया गया था। उस दौरान सोनिया ने पार्टी दफ्तर से लेकर पूर्व पीएम के आवास तक मार्च किया था।
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