बैंगलोर: कर्नाटक के बेलगावी में कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की दो दिवसीय बैठक के दौरान भारत का एक गलत नक्शा प्रदर्शित किया गया, जिसमें अक्साई चिन और जम्मू-कश्मीर को भारत से अलग दिखाया गया। इस घटना ने भारतीय राजनीति में भूचाल ला दिया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस मुद्दे को उठाते हुए कांग्रेस पर देश को तोड़ने का आरोप लगाया।
भाजपा ने कहा कि राहुल गांधी की 'मोहब्बत की दुकान' चीन के लिए हमेशा खुली रहती है और कांग्रेस देश को तोड़ने की एक नई साजिश रच रही है। वहीं, बैठक में प्रदर्शित नक्शे को लेकर कांग्रेस ने सफाई दी है कि वह पार्टी का आधिकारिक बैनर नहीं था, लेकिन सवाल यह है कि ऐसी गंभीर गलती आखिर कैसे हुई? क्या गैर-आधकारिक में भारत का गलत नक्शा दिखाने की कांग्रेस को छूट है ? बेलगावी में 26 और 27 दिसंबर को हुई इस बैठक में विवादित नक्शे के कारण कांग्रेस सवालों के घेरे में आ गई है। भाजपा ने इसे भारत की संप्रभुता के साथ खिलवाड़ बताया है।
RaGa's Mohabbat ki Dukaan is always open for China!
— BJP (@BJP4India) December 26, 2024
They would break the nation. They've done it once. They'll do it again. pic.twitter.com/JKXXLEnFxB
कर्नाटक भाजपा ने सोशल मीडिया साइट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर कांग्रेस पर हमला बोला और कहा कि कांग्रेस ने भारत के विकृत नक्शे को दिखाकर देश की अखंडता और संप्रभुता का अपमान किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कदम सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए उठाया गया है और इसे शर्मनाक करार दिया। भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद बसवराज बोम्मई ने भी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इस बैठक को कर्नाटक सरकार द्वारा वित्त पोषित किया गया है। उन्होंने इसे पूरी तरह अनुचित बताते हुए कहा कि सार्वजनिक धन का उपयोग राजनीतिक उद्देश्यों के लिए करना मनमानी है। उन्होंने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि किस प्रावधान के तहत यह धन मंजूर किया गया और जारी किया गया।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि यह घटना उस दिन हुई जब पूरा देश गुरु गोविंद सिंह के साहबजादों के बलिदान को याद कर वीर बलिदान दिवस मना रहा था। उन्होंने कहा कि इस पवित्र दिन पर कांग्रेस ने एक ऐसा नक्शा दिखाया जिसमें पाक अधिकृत कश्मीर (POK) और अक्साई चिन गायब था। त्रिवेदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि यह वही भारत है जिसके लिए महाराणा प्रताप ने घास की रोटी खाई थी, शिवाजी ने अपनी जान दांव पर लगाई थी, रानी लक्ष्मीबाई रण में कूदी थीं, भगत सिंह ने फाँसी को गले लगाया था और गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों ने अपने प्राण न्योछावर किए थे। लेकिन कांग्रेस ने उस भारत माँ की छवि को विकृत कर दिखाने का दुस्साहस किया है।
अब सवाल यह उठता है कि देश पर सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली कांग्रेस आज देश का नक्शा तक सही नहीं दिखा पा रही है। इस मुद्दे पर उससे सवाल करने की हिम्मत किसी में नहीं है। क्योंकि अगर कोई पत्रकार कांग्रेस के शाही परिवार से सवाल करने की हिम्मत भी करता है, तो राहुल गांधी उसे भाजपा का एजेंट करार देने में देर नहीं लगाते। राहुल गांधी पहले भी कई पत्रकारों को भाजपा समर्थक या संघी कहकर कटघरे में खड़ा कर चुके हैं। ऐसे में कांग्रेस जो करती जाए, उसे करने दीजिए। चाहे वह देश के लिए सही हो या गलत, अगर आप सवाल करेंगे, तो आप पर भाजपाई या संघी होने का ठप्पा लग जाएगा।
देश की जनता को इस मुद्दे पर खुद निर्णय लेना होगा कि देश की अखंडता और संप्रभुता के साथ इस तरह के खिलवाड़ को सहन किया जा सकता है या नहीं। कांग्रेस के इस रवैये पर सवाल उठाना हर भारतीय का हक है, लेकिन आज सवाल उठाने वालों को दबाने की कोशिश की जा रही है। यह स्थिति देश के लोकतंत्र के लिए गंभीर चिंता का विषय है।