जोहानिसबर्ग: दक्षिण अफ्रीका में एक हिंदू धार्मिक नेता के अंतिम संस्कार का टीवी पर लाइव प्रसारण किया गया क्योंकि देश में कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे और 21 दिन के बंद की वजह से उनके अनुयायी अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए. श्री रामकृष्ण धाम के अधिकारियों ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया है कि स्वामी प्रेमानंद पुरी का निधन निमोनिया की वजह से हुआ है.
श्री रामकृष्ण धाम के अधिकारियों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि स्वामी प्रेमानंद पुरी की 2 बार कोरोना वायरस संबंधी जांच भी की गई लेकिन उनके संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई. इस धाम को स्वामी प्रेमानंद पुरी ने 2001 में स्थापित किया था. जोहानिसबर्ग के दक्षिण में स्थित लेनासिया में स्वामी प्रेमानंद पुरी के बड़ी तादाद में अनुयायी हैं. लेनासिया में भारी संख्या में भारतीय रहते हैं.
धाम के हजारों अनुयायियों को अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होने का आग्रह किया गया था क्योंकि दक्षिण अफ्रीका में लॉक डाउन की वजह से अंतिम संस्कार में केवल 50 लोग ही शामिल हो सकते हैं. स्वामी प्रेमानंद ने विशेषकर बच्चों के लिए कई मानवीय कार्य किए. उन्होंने धाम में बच्चों का वार्षिक सांस्कृतिक महोत्सव भी शुरू किया, जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों के बच्चों ने भाग लिया था.
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