दक्षिण चीन सागर मामले को लेकर चीन का विरोध और समर्थन करने वालो देश दो हिस्सो में बंट गए हैं. हेग स्थित ट्रिब्यूनल ने फैसला दिया था कि इस सागर पर चीन का अधिकार नहीं है. चीन ने फैसला मानने से मना कर दिया.
इसके बाद आसियान विदेश मंत्री सम्मेलन के बाद जारी होने वाले बयान में चीन की आलोचना करने वाले शब्दों को मेजबान देश कंबोडिया ने रोक दिया. वहीं, कुछ देशों ने चीन पर आरोप लगाया है कि वह लाओस और कंबोडिया को आर्थिक मदद देकर अपने पक्ष में कर रहा है.
चीन के विदेश मंत्री ने सभी सदस्य देशों के नेताओं से अलग-अलग मिलना शुरू कर दिया है. वही अमेरिका और जापान के विदेश मंत्री भी लाओस वार्ता में शामिल होने पहुंच रहे हैं. साथ ही आसियान के दस सदस्य देशों में से चार दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा भी पेश कर रहे हैं.