मुंबई: बीते कुछ दिनों से सोयाबीन की कीमतों में इजाफा हो रहा था या वे स्थिर चल रही थीं. मगर पिछले दो दिनों से बाजार की तस्वीर बदल गई है. दो दिनों में सोयाबीन का भाव 400 रुपए से नीचे आ गया है. कोमोडिटी मार्केट में भाव गिरने और कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) के कारण एक्सपोर्ट प्रभावित हुआ है.
व्यापारियों ने दावा किया है कि इसी कारण कीमतों में भारी गिरावट देखी जा ही है. राष्ट्रीय स्तर पर हो रहे इस परिणाम का असर महाराष्ट्र की बाजार समितियों में भी स्पष्ट दिखाई दे रहा है. बता दें कि दिवाली के बाद एक बार भी सोयाबीन के भाव में कमी नहीं आई थी. या तो कीमतें बढ़ रही थी या फिर स्थिर थीं. इससे किसानों को सोयाबीन का उचित दाम मिल रहा था. लेकिन इस सप्ताह की शुरुआत ने किसानों की चिंताएं बढ़ा दी हैं. अब यदि सोयाबीन की आवक और बढ़ी तो कीमतें और गिर सकती हैं.
दरअसल, जब सोयाबीन की कीमतें बढ़ रही थीं, तब आवक भी नियंत्रित थी. लेकिन सोमवार से स्थिति में परिवर्तन आया. सोमवार और मंगलवार यानी लगातार दो दिनों तक 400 रुपए तक भाव गिर गए. वजह चाहे कोमोडिटी मार्केट में भाव गिरना हो या ओमिक्रॉन के प्रभाव से निर्यात प्रभावित होने के कारण हो, किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं. सोयाबीन का भाव एक महीने में डेढ़ हजार तक बढ़ गया था, जबकि पिछले दो दिनों में रेट 400 रुपए से नीचे गिर गया है.
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