नई दिल्ली : दो भागों में बंट चुकी समाजवादी पार्टी में अब चुनाव चिन्ह 'साइकिल ' पर विवाद शुरू हो गया है. साइकिल पर सवारी करने का हक दोनों धड़े जता रहे हैं. पिता मुलायम और बेटे अखिलेश गुट दोनों ही साइकिल चुनाव चिह्न पर दावा जता रहे हैं. दोनों ही गुट साइकिल पर अपनी दावेदारी को लेकर सोमवार को चुनाव आयोग पहुंचेंगे. इस बीच, मुलायम सिंह यादव ने 5 जनवरी का अधिवेशन स्थगित कर दिया है. शिवपाल यादव ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी.
गौरतलब है कि कल रविवार को हुए घटनाक्रम के बाद बाप -बेटे मुलायम और अखिलेश के गुटों में खाइयां और चौड़ी हो गई है.साइकिल की सवारी कौन करेगा इसको लेकर विवाद अब चुनाव आयोग पहुँच गया है. मुलायम सिंह यादव सोमवार को दिल्ली में ही अमर सिंह से मुलाकात करेंगे और उनके साथ शिवपाल यादव भी होंगे. अमर सिंह लंदन से दिल्ली पहुंच रहे हैं.उधर अखिलेश गट भी इस चुनाव चिन्ह पर अपना दावा कर रहा है.
आपको बता दें कि चुनाव आयोग जाने की तैयारी मुलायम खेमा ही नहीं, अखिलेश खेमा भी साइकिल पर दावेदारी के लिए चुनाव आयोग पहुंचेगा. मतलब साफ है कि झगड़ा इस कदर बढ़ चुका है कि सुलह के रास्ते बंद नजर आ रहे हैं. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि समाजवादी पार्टी किसकी होकर रहेगी?
लेकिन चुनाव चिन्ह की भी अपनी प्रक्रिया है.चुनाव आयोग ये देखेगा कि कार्यकारिणी के कितने सदस्य या विधायक, सांसद और पार्टी के कितने उम्मीदवार किसके साथ हैं. अब चुनाव आयोग ही ये तय करेगा कि असली समाजवादी पार्टी कौन है.लेकिन इसमें समय लगेगा.हालाँकि चुनाव आयोग के निर्णय के खिलाफ अदालत जाने का विकल्प भी खुला रहेगा.चुनाव आयोग चाहे तो साइकिल चिन्ह को फ्रीज भी कर सकता है.