लखनऊ: आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा ने गठबंधन कर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा अध्यक्ष ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा था कि ये गठबंधन यूपी में भाजपा का सफाया कर देगा. वहीं, इस गठबंधन के खिलाफ सपा के अंदर से ही आवाजें बुलंद होने लगी हैं.
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सपा के एक विधायक ने इस पर बयान देते हुए कहा है कि ये गठबंधन ज्यादा दिनों तक चलने वाला नहीं है. सपा विधायक हरिओम यादव ने इस गठबंधन पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि सपा-बसपा का ये गठबंधन फिरोजाबाद में कारगर सिद्ध नहीं होगा, ये गठबंधन यहां सफल नहीं हो पाएगा. उन्होंने कहा है कि ये गठबंधन सिर्फ तब तक ही चल पाएगा, जब तक सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, बहनजी की हां में हां मिलाते रहेंगे और उनके सामने घुटने टेकते रहेंगे. बता दें कि हरिओम यादव सिरजागंज से सपा के विधायक हैं.
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आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में मायावती और अखिलेश यादव की पार्टी ने एकजुट होकर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. शनिवार को इन दोनों नेताओं ने संयुक्त प्रेस वार्ता बुलाकर इस गठबंधन का ऐलान किया, साथ ही अपने गठबंधन में कांग्रेस को जगह न देने की बात कही है. शनिवार को इस गठबंधन का ऐलान करने के दौरान मायावती ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा था, मायावती ने कहा था कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों एक ही जैसे हैं.
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