लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) ने अभिनेता से नेता बनीं जया बच्चन, रामजी लाल सुमन और आलोक रंजन को उत्तर प्रदेश की राज्यसभा सीटों के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है। सपा के नेता राजेंद्र चौधरी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, ''हमने जया बच्चन, रामजी लाल सुमन और आलोक रंजन को मैदान में उतारा है।'' तीनों ने अपने प्रस्तावकों के साथ समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की मौजूदगी में अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन प्रक्रिया के दौरान शिवपाल सिंह यादव समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
बता दें कि, जया बच्चन पहली बार 2004 में समाजवादी पार्टी से संसद सदस्य के रूप में चुनी गईं, उन्होंने मार्च 2006 तक राज्यसभा में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया। उन्हें जून 2006 से जुलाई 2010 तक दूसरा कार्यकाल मिला। वह 2012 में तीसरी बार और फिर 2018 में चौथी बार समाजवादी पार्टी से राज्यसभा के लिए चुनी गईं। अब सपा उन्हें पांचवी बार राज्यसभा भेजने की तैयारी में है। उधर, भाजपा ने उत्तर प्रदेश से आरपीएन सिंह, सुधांशु त्रिवेदी, चौधरी तेजवीर सिंह, साधना सिंह, अमरपाल मौर्य, संगीता बलवंत और नवीन जैन को उम्मीदवार बनाया है।
छत्तीसगढ़ से भाजपा ने धर्मशीला गुप्ता और बिहार से भीम सिंह तथा राजा देवेन्द्र प्रताप सिंह को मैदान में उतारा है। सुभाष बराला हरियाणा से, नारायण कृष्णसा भंडगे कर्नाटक से, महेंद्र भट्ट उत्तराखंड से और समिक भट्टाचार्य पश्चिम बंगाल से चुनाव लड़ेंगे। चुनाव आयोग ने 27 फरवरी को उत्तर प्रदेश सहित 15 राज्यों के लिए राज्यसभा चुनाव निर्धारित किए हैं। इस तिथि को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा, नामांकन की अंतिम तिथि 15 फरवरी निर्धारित की गई है।
चुनाव के नतीजे उसी दिन 27 फरवरी को घोषित किये जायेंगे। चुनाव आयोग ने 27 फरवरी को 56 सीटों के लिए द्विवार्षिक राज्यसभा चुनाव की घोषणा की है, क्योंकि मौजूदा पदाधिकारियों का कार्यकाल अप्रैल में समाप्त हो रहा है। उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 10 सीटें रिक्त होंगी, इसके बाद महाराष्ट्र और बिहार (छह प्रत्येक), मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल (पांच प्रत्येक), कर्नाटक और गुजरात (चार प्रत्येक), ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और राजस्थान ( तीन-तीन), और उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और छत्तीसगढ़ (एक-एक) सीट खाली होगी।
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