नई दिल्ली : अक्सर खेल के दौरान कई योद्धा खिलाड़ियों को चोट लग जाती है तो कुछ की जान तक चली जाती है. वही खेल के दौरान लगने वाली चोट से खिलाडी को कैसे बचाया जा सकता है उसके बारे मेलबर्न क्रिकेट क्लब एक खास उपाय करने जा रहा है
याद हो आपको भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की भी दायीं आंख में पिछले साल जिम्बाब्वे के खिलाफ अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में बेल लग गई थी, तो वही दक्षिण अफ्रीका के विकेट कीपर मार्क बाउचर की इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए मैच में उनकी आंख में गंभीर चोट आ गई थी. इस तरह की गंभीर चोटों को ध्यान में रखकर एमसीसी ने नियम 8.3 में बदलाव करने का फैसला किया है. क्लब ने टीथर वाली बेल के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है जिससे स्टंप उखड़ने के समय बेल की दूरी सीमित हो जाएगी.
वही इस संबंध में दक्षिण अफ्रीका और ब्रिटेन की दो कंपनियों ने अपने डिजाइन सौंप दिए है. जिसमें टीथर लीग बेल होंगी, लेकिन इससे बेल गिरने की तेजी और रफ्तार में कोई बदलाव नहीं होगा. इस एमसीसी मैनेजर फ्रेजर स्टेवार्ट ने मीडिया से कहा कि, अगर इससे किसी खिलाड़ी की आंख की रोशनी जाने से बचती है तो इस पर विचार करना महत्वपूर्ण था. उसके बाद उन्होंने कहा, कंपनियां अब भी इस पर काम कर रही हैं इसलिये काम भी चल रहा है. एमसीसी ने नियमों में इस तरह के उपकरण को अनुमति दे दी है.
पूर्व कप्तान गांगुली को अब धोनी पर संदेह