नई दिल्ली: केंद्रीय खेल मंत्रालय ने गुरुवार को अपने सभी विदेशी कोचों का करार अगले वर्ष 30 सितंबर तक बढ़ा दिया है और कहा कि निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए ओलंपिक खेलों के साथ समवाय के हिसाब से भविष्य में कोचों- भारतीयों और विदेशी दोनों को चार वर्ष के कार्यकाल के लिए अनुबंधित किया जाएगा।
नए कोचों को दिया जाने वाला चार वर्ष का करार हालांकि संबंधित राष्ट्रीय खेल महासंघों (NSF) की सिफारिशों के आधार पर दिया जाएगा। मौजूदा नियुक्त कोचों का टर्म ओलंपिक खेलों के वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की वजह से अगले साल तक स्थगित होने के कारण बढ़ाया गया है। अनुबंधों की वार्षिक समीक्षा की जाएगी और उनके ओवरआल प्रदर्शन के आधार पर इसे आगे बढ़ाया जाएगा। कोचों के प्रदर्शन का आधार उनके अधीन एथलीटों की बड़ी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अर्जित की गईं उपलब्धियां होगा।
केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने बयान में इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए कहा है कि, 'कोच किसी भी देश के खेल तंत्र की रीढ़ होते हैं और भारत के ओलंपिक समेत सभी बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में अवसर को सुधारने के लिए हमारे खिलाड़ियों के लिये सही कोचिंग सुनिश्चित करना इस तरफ अहम कदम है।'
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