खेल मंत्री रीजीजू ने फुटबॉल को मुख्य आधार बनाकर इंडिया को एक खेल महाशक्ति बनाने की तैयारी कर ली है. जंहा इस पर सरकार की योजना का जिक्र करते हुए बताया कि देश भर में प्रतिभाओं को खोजने के लिए पांच क्षेत्रीय समितियों का गठन करने वाले है. रीजीजू ने बताया कि AIFF के साथ साझेदारी में इंडियन खेल प्राधिकरण (SAI) 'खेलो इंडिया' कार्यक्रम के तहत इस प्रतिभा तलाश योजना के लिए वित्त पोषित करने वाला है. वहीं अब तब के 'सबसे आक्रामक कार्यों' में से एक हो सकता है. जिसके लिए अगले कुछ माह में समितियों का गठन कर दिया जाने वाला है.
रीजीजू ने इंडियन कप्तान सुनील छेत्री के 36 वें जन्मदिन के उपलक्ष्य पर 'फुटबॉल दिल्ली' द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन कार्यक्रम में बताया कि- हम AIFF के साथ साझेदारी में SAI के खेलो इंडिया कार्यक्रम के तहत अगले कुछ माह में 5 प्रतिभा खोज समितियों का गठन करने वाले है. जिसमे उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम और पूर्वोत्तर क्षेत्र की एक-एक समिति हो सकते है.
जिसके बाद उन्होंने ये भी कहा कि इंडियन टीम के अगले 10-15 सालों में वर्ल्ड कप और ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने के लक्ष्य के साथ प्रतिभा खोज कार्यक्रम की परिकल्पना कर सकती है. रीजीजू ने कहा- अगर हम 10-15 वर्ष में ओलंपिक और वर्ल्डकप के लिए क्वालीफाई करना चाहते हैं तो हमें 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के साथ शुरुआत करना होगा. मुझे विश्वास है कि हम ऐसा कर सकते हैं.
जिसके उपरांत उन्होंने कहा- हम उन लोगों को चुनेंगे जो पूर्व खिलाड़ियों की तरह फुटबॉल खेलना जानते होंगे. बेशक इसमें AIFF हमारा मार्गदर्शन करेगा. यह सरकारी कोशिश उन योजनाओं से भिन्न होगी जो पहले से AIFF द्वारा चल रही हैं. खेल मंत्री ने कहा कि मंत्रालय राज्य सरकारों और महासंघ को वित्तीय मदद देने के बारे में भी विचार कर रहा था जिससे कि पंचायत और नगरपालिका जैसे जमीनी स्तर पर प्रतिभाओं को खोजने के लिए स्थानीय लीग का आयोजन किया जा सके.
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