नई दिल्ली: भारत को जल्द कोरोना महामारी के खिलाफ एक और बड़ा हथियार मिलने वाला है। देश में इस साल अगस्त से रूस की स्पुतनिक वी (Sputnik V) का निर्माण आरंभ हो जाएगा। रूस में भारत के राजदूत डीबी वेंकटेश वर्मा ने इस बारे में जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि सितंबर-अक्टूबर तक भारत में स्पूतनिक वी के 85 करोड़ (850 मिलियन) डोज का उत्पादन हो जाएगा।
वर्मा ने कहा कि विश्व का 65 से 70 फीसदी तक स्पुतनिक वी (Sputnik V) का प्रोडक्शन भारत में होगा। वहीं उन्होंने बताया कि भारत की आवश्यकताएं पूरी होने के बाद रूस इसका निर्यात दूसरे देशों में भी करेगा। बता दें कि कोविशिल्ड, कोवैक्सीन के अलावा स्पुतनिक वी कोरोना की तीसरी वैक्सीन है, जिसे भारत में इमरजेंसी इस्तेमाल की स्वीकृति दी गई है। वहीं उन्होंने कहा कि देश में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में आ रही हैं। वहीं ब्लैक फंगस को लेकर भी भारत रूस के संपर्क में है जिससे इस बीमारी के उपचार के लिए दवाइयां मंगाई जा सके।
रूस की सॉवरन वेल्थ फंड, रसियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RDIF) इस टीके के लिए फंडिग करती है। खास बात ये है कि उसने भारत की 5 पांच कंपनियों से इसके उत्पादन के लिए समझौता किया है। भारत को अभी तक स्पूतनिक V की 2,10,000 खुराक मिल चुकी है। वहीं मई के अंत तक 30 लाख खुराक और मिलेगा जिसे भरकर उपयोग किया जा सकता है। वहीं जून तक यह तादाद बढ़कर 50 लाख खुराक हो जाएगी।
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