कभी कथित पेगासस जासूसी कांड को लेकर भारत ही नहीं बल्कि अन्य देशों में भी हंगामा मचा था। अब जल्द ही यह स्पाइवेयर बनाने वाली कंपनी एनएसओ बिकने वाली है। जी हाँ और इस मामले की जानकारी रखने वालों का कहना है कि एनएसओ ग्रुप लिमिटेड जल्द ही अपने विवादित पेगासस यूनिट को बंद कर सकती है या फिर पूरी कंपनी को बेच सकती है। ऐसी भी खबरें सामने आई हैं कि कंपनी को बेचने को लेकर कई इन्वेस्टमेंट फंड से बातचीत हुई है। कहा जा रहा है यह बातचीत बेहद निजी तौर पर हुई है। वहीं दूसरी तरफ कंपनी ने Moelis & Co। से सलाहकारों का चयन किया है और इसके अलावा वकीलों से भी सलाह ली जा रही है।
आपको बता दें कि इसे खरीदने के लिए दो अमेरिकी फंड ने दिलचस्पी दिखाई है। ऐसी खबरें हैं कि वह जल्द ही इसका नियंत्रण अपने हाथों में ले सकते हैं औऱ पेगासस को बंद भी किया जा सकता है। हालाँकि न्यूयॉर्क की कंपनी Moelis & Co। के एक प्रतिनिधि ने जहां इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया तो वहीं एनएसओ की तरफ से भी इसपर अभी तक कुछ भी नहीं कहा गया है। ऐसी भी खबरें हैं कि पेगासस की जानकारी को और साइबर रूप से और सुरक्षित बनाने और इजराइली कंपनी की ड्रोन तकनीक विकसित करने के लिए 200 मिलियन निवेश पर भी चर्चा हुई है।
आपको हम यह भी बता दें कि इजरायली कंपनी एनएसओ पर अपने पेगासस स्पाइवेयर सॉफ्टवेयर के जरिए भारत समेत दुनिया के कई हस्तियों की जासूसी का आरोप लगा था। इसे लेकर काफी हंगामा हुआ था। उस समय ऐसा कहा गया था कि पेगासस सॉफ्टवेयर को किसी भी मोबाइल फोन में आसानी से डाला जा सकता है और इसके जरिए कई मोबाइल यूजर्स की जासूसी की गई है। वहीं एनएसओ पर हाई-प्रोफाइल लोगों की कथित तौर से जासूसी करने का आऱोप लगा था। इस लिस्ट में राजनेता, पत्रकार और मानवाधिकार से जुड़ी हस्तियां शामिल थे।
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