कोलंबो: श्रीलंका में सिलसिलेवार बम धमाकों के आरोपी की बहन ने अपने भाई के आतंक की राह पर चलने की पूरी कहानी बयां की है। ईस्टर संडे के दिन चर्च और होटलों में हुए बम धमाकों के संदिग्ध आरोपी की बहन हाशिम मदानिया की बहन ने जानकारी देते हुए बताया है कि हमले के बाद से उसके परिवार के कुल 16 लोग लापता हैं, जिसमें ज़हरान के माता-पिता और 7 बच्चे भी शामिल हैं। आशंका है कि परिवार के 16 लोगों की इसी आतंकी हमले में मौत हो गई है। आरोपी की बहन मदानिया ने बताया कि उसे तथाकथित आतंकी संगठन ISIS के बारे में कुछ भी पता नहीं है, जिसने उसके भाई को इस रास्ते पर चलने के लिए भड़काया था।
नेशनल तौहीद जमात मस्जिद के निकट अपने घर में मदानिया ने मीडिया से चर्चा की। जहरान के कट्टरता का विरोध करने वाली मदानिया ने कहा कि, जहरान बहुत अच्छा वक्ता था और अचानक गायब होने से पहले तक पारिवार का प्यारा सदस्य भी था। परिवार में सबसे बड़े बेटे 33 वर्षीय जहरान हाशिम के पांच बच्चे हैं और उसका निकाह हादिया से हुआ था। उसके भाई जेयिन हाशिम (30) का निकाह अब्दुल गफूर आफरीन के साथ हुई थी और उसके भी दो बच्चे हैं। तीसरा बेटा 28 वर्षीय मोहम्मद रिलवान हाशिम भी दो बच्चों का पिता है।
मदानिया ने कहा, "मुझे नहीं पता कि अभी वे सभी लोग कहां है। 18 अप्रैल के बाद से मेरा उनसे कोई संपर्क नहीं है। मैं 18 अप्रैल को अपने पिता के घर भोजन देने गई थी। उसके बाद से मैंने उनके सम्बन्ध में कुछ नहीं सुना है। मुझे ज़हरान और माता-पिता के बारे में भी कुछ पता नहीं है। उन्होंने कहा कि, 2017 में जहरान ने ऐसी चीजें दूसरों को सिखाना शुरू कर दिया जिसकी हम खिलाफत किया करते थे। वह जहर उगलने लग गया था, वह कहता था कि विश्व मुस्लिमों के लिए बनाया गया है, दूसरे धर्म के लोगों का इस पर कोई अधिकारी नहीं है। मदानिया ने कहा है कि इसके बाद से मैंने और मेरे पति ने उससे दूरी बना ली थी, क्योंकि उसके विचार हमें पसंद नहीं थे।
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