'श्रीलंका ने पकड़ लिए हमारे 87 मछुआरे..', रिहाई के लिए सीएम स्टालिन ने मांगी विदेश मंत्री जयशंकर की मदद

'श्रीलंका ने पकड़ लिए हमारे 87 मछुआरे..', रिहाई के लिए सीएम स्टालिन ने मांगी विदेश मंत्री जयशंकर की मदद
Share:

चेन्नई: तमिलनाडु के सीएम और DMK प्रमुख एमके स्टालिन ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर श्रीलंका नौसेना द्वारा हिरासत में लिए गए राज्य के 87 मछुआरों की शीघ्र रिहाई सुनिश्चित करने के लिए प्रयास करने का अनुरोध किया है। स्टालिन का यह पत्र 22 जुलाई को रामेश्वरम से नौ मछुआरों और उनकी नौकाओं को हिरासत में लिए जाने की घटना के मद्देनजर आया है।

मुख्यमंत्री ने विदेश मंत्री से अनुरोध किया कि वे श्रीलंका में हिरासत में लिए गए 87 मछुआरों और उनकी 175 मछली पकड़ने वाली नौकाओं की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए कूटनीतिक प्रयास शुरू करें। स्टालिन ने यह भी बताया कि इस साल श्रीलंका में राज्य के मछुआरों की हिरासत पिछले 10 सालों में सबसे अधिक है। उन्होंने कहा कि “मैं यह बताने के लिए बाध्य हूं कि इस कैलेंडर वर्ष के दौरान 22 जुलाई 2024 तक अकेले श्रीलंकाई अधिकारियों द्वारा 250 मछुआरों को गिरफ्तार किया गया है, जो 2014 के बाद से सबसे अधिक है। मछुआरों को धमकाने और गिरफ्तार करने, उनकी नौकाओं और मछली पकड़ने के उपकरणों को जब्त करने की घटनाएं लगातार जारी हैं।'

उन्होंने कहा कि, "इससे मछुआरा समुदाय बेहद परेशान है।" उन्होंने आग्रह किया कि "इस स्थिति को कम करने के लिए कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से गंभीर प्रयास शुरू किए जाएं" और केंद्र से अनुरोध किया कि "श्रीलंका से 87 मछुआरों और 175 नौकाओं की शीघ्र रिहाई सुनिश्चित करने के लिए इस मुद्दे को व्यापक रूप से संबोधित किया जाए।"

'दलितों का पैसा लूटा जा रहा, क्या कर रहे राहुल गांधी..', कर्नाटक में 1087 करोड़ के वाल्मीकि घोटाले पर भड़की भाजपा

सालों तक कांग्रेस ने नहीं मनाया था कारगिल विजय दिवस, कहते थे- वो तो भाजपा का युद्ध था, हम जश्न क्यों मनाएं ?

200 विधायकों के साथ ताबड़तोड़ बैठक, अब दिल्ली जा रहे सीएम योगी ! यूपी में सियासी हलचल तेज

 

Share:

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -