पटना: बिहार की राजनीति में राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की अगल ही पहचान है। उनकी यह पहचान तब बनी जब वह 1990 में निर्दलीय विधायक बनकर बिहार विधानसभा पहुंचे। मधेपुरा के सिंहेश्वरस्थान विधानसभा की सीट से पहली बार विधायक बनने वाले पप्पू यादव ने बेहद कम समय में कोसी बेल्ट के कई जिलों में अपना प्रभाव बढ़ा लिया। अपने सेवा भाव की वजह से मधेपुरा के साथ-साथ पूर्णिया, सहरसा, सुपौल और कटिहार जैसे जिलों में अपने समर्थकों का मजबूत नेटवर्क खड़ा किया। इसका फल भी उन्हें मिला। महज एक साल के अंदर वे विधायक से सांसद भी बन गए।
जन अधिकार पार्टी के नेता राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के लिए मंच और टेंट शनिवार को ढह गया, जब वह मुजफ्फरपुर की मिनापुर विधानसभा क्षेत्र में एक रैली को संबोधित कर रहे थे। ऐसा लगता है कि भीड़ अधिक होने के कारण मंच ढह गया। हालांकि, घटना से किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं है।
गुरुवार को जले विधानसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार मशकूर अहमद उस्मान एक रैली को संबोधित कर रहे थे, जब दरभंगा में मंच टूट गया और गिर गया।
#WATCH: Stage collapses at Jan Adhikar Party leader Pappu Yadav's campaign rally in Muzaffarpur's Minapur Assembly Constituency.#BiharElections2020 pic.twitter.com/pZIfEINAm1
ANI October 31, 2020
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