एक बार फिर अफसरशाही के खिलाफ मुख्यमंत्री के घर यानि उनके गृह जिले पटियाला में बागी हुए चारों विधायक खुलकर सामने आए. इस बार चारों एक साथ समाना के विधायक लाल सिंह के घर एकत्रित हुए और एक साथ चारों ने मीडिया के सामने खुलकर भड़ास निकाली.
राष्ट्रीय पार्टी के नेता की दूसरी शादी में आई रूकावट, इस महिला के आरोप ने बढ़ाई मुश्किल
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वरिष्ठ नेता व मंडी बोर्ड के चेयरमैन लाल सिंह के घर पर इन विधायकों ने कहा कि कहीं ऐसा न हो अफसरशाही के कारण सरकार को नुकसान उठाना पड़े. ऐसा पटियाला ही नहीं बल्कि पूरे पंजाब में हो रहा है. विधायकों की जिम्मेदारी बनती है कि मुख्यमंत्री को इस बारे में अवगत करवाया जाए. समाना के सीआइए इंचार्ज पर केस दर्ज होने के केस का जिक्र करते हुए कहा कि जिला पटियाला शिकायत निवारण कमेटी की मीटिंग में उनके सवाल सही साबित हुए. मुख्यमंत्री उन्हें बुलाएंं तो वह बताएंगे कि ओएसडी और अधिकारी क्या कर रहे हैं.
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने आस्ट्रेलिया की तर्ज पर किया वीजा नीति का वादा
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि घनौर के विधायक मदन लाल जलालपुर, शुतराना के विधायक निर्मल सिंह, समाना के विधायक काका राजिंदर सिंह और राजपुरा के विधायक हरदयाल सिंह कंबोज ने कहा कि वह यह सब पार्टी की मजबूती के लिए किया जा रहा है. इसका सरकार को कोई नुक्सान नहीं हो रहा। अफसरशाही की कारगुजारी ही सबके सामने आ रही है. बोले- जो अधिकारी तैनात किए गए हैं वे काम सही नहीं कर रहे. लोग परेशान हैं. उसके नतीजे चुनावों में विधायकों और सरकार को ही बर्दाश्त करने पड़ते हैं.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आतंकवाद पर दी तीखी टिप्पणी, पाकिस्तान को चौतरफा घेरा
नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में बड़ा मामला आया सामने, रजिस्ट्रार के पास ही नही डिग्री!
सीएम उद्धव ठाकरे के लिए भाजपा नेता ने कहे कड़वे वचन, कहा-10 जनपथ में किया आत्मसमर्पण..