भारत के राज्य हरियाणा के चर्चित आइएएस डॉ. अशोक खेमका पर फिर तबादले की गाज गिरी है. पिछली सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल विज के चहेते अफसरों में शुमार खेमका को गठबंधन सरकार का पहला और अपने कॅरियर का 53वां तबादला मिला है. खेमका की नई पोस्टिंग को गठबंधन सरकार में साइड लाइन लगाने से जोड़कर देखा जा रहा है.
प्याज की माला पहनकर बिहार विधानसभा पहुंचे विधायक शिवचंद्र
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल नवंबर में तत्कालीन राज्य मंत्री कृष्ण कुमार बेदी से सरकारी वाहन के विवाद के बाद खेमका को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के प्रधान सचिव पद से हटाकर खेल एवं युवा मामले विभाग में लगाया गया था. तब यह महकमा अनिल विज के पास था. खेल पॉलिसी पर विवाद के बाद खेमका को विगत मार्च में खेल महकमे से हटाकर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग में भेजा गया था. इस विभाग के मंत्री भी अनिल विज ही थे.
अल्बानिया में भूकंप ने जनजीवन किया प्रभावित, मरने वालों की संख्या में हुआ भारी इजाफा
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इस बार खेमका को अभिलेख, पुरातत्व एवं संग्रहालय विभागों का प्रधान सचिव बनाया गया है. यह महकमा जजपा कोटे से स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री अनूप धानक के पास है. खेमका पहले भी इस महकमे में काम कर चुके हैं। पश्चिम बंगाल के कोलकाता में जन्मे खेमका ने आइआइटी खडग़पुर से 1988 में बीटेक करने के बाद कंप्यूटर साइंस में पीएचडी की. बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में एमबीए कर चुके खेमका ने वकालत भी कर रखी है. बंसी लाल से लेकर लेकर मनोहर लाल तक, कोई ऐसी सरकार नहीं बची, जिसमें खेमका का व्यवस्था से सीधे टकराव नहीं हुआ.
जम्मू-कश्मीर में भी अन्य राज्यों की तरह भ्रष्टाचार को रोकने के लिए होगी ये प्रमुख शाखा
साध्वी प्रज्ञा ने गोडसे को फिर कहा देशभक्त, हमलावर हुई कांग्रेस