दिल्ली पुलिस द्वारा गठित विशेष जांच दल ने बड़ी कामयाबी हासिल की है. बीते रविवार को जेएनयू में नकाबपोश बदमाशों ने मिलकर हिंसा की थी. जिसके बाद इस मामले को लेकर राजनीति प्रांरभ हो गयी थी. लेकिन अब पुलिस सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि जांच कर रही SIT ने वाट्सऐप ग्रुप यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट के जरिये हिंसा में आरोपित 37 लोगों की पहचान की है. बताया जा रहा है कि इस ग्रुप में कुल 60 सदस्य हैं.
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जेएनयू के छात्रों और शिक्षकों द्वारा वीसी को हटाने और फीस बढ़ोतरी वापस लेने की मांग को लेकर नई दिल्ली के शास्त्री भवन पर किए गए प्रदर्शन के मामले में संसद मार्ग थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है.
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इस मामले को लेकर पुलिस ने बयान जारी कर कहा कि, बृहस्पतिवार को काफी संख्या में प्रदर्शनकारी मंडी हाउस पर प्रदर्शन के लिए एकत्रित हुए थे. वह प्रदर्शन करते हुए शास्त्री भवन के पास पहुंचे गए थे. इसके बाद छात्रों का प्रतिनिधिमंडल वहां मानव संसाधन विकास मंत्रलय के अधिकारियों से मिला. लेकिन बाहर आकर आईशी घोष ने छात्रों को बताया कि उनकी मांगें नहीं मानी गई हैं. जिसके बाद प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन की ओर जाने लगे. इस दौरान हल्का बल प्रयोग भी किया गया. इस मामले में संसद मार्ग थाने में बाद में एक मुकदमा दर्ज किया गया.
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