1984 के सिख दंगा पीडि़तों का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता एचएस फूलका को जान से मारने की धमकी मिली है. इस पर दिल्ली की राउज एवेन्यू की एक अदालत ने केंद्रीय जांच एजेंसी से 11 फरवरी तक जवाब मांगा है.
CAA के समर्थन में उतरे गृह मंत्री, आज निकालेंगे रैली
अपने बयान में मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट हरजोत सिंह भल्ला ने सीबीआइ को कहा है कि इस बारे में 11 फरवरी तक जवाब दाखिल करें. अदालत उन दंगों से जुड़े एक मामले की सुनवाई कर रही थी, जिसमें कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर आरोपित हैं. वहीं धमकी के बाद फूलका ने कहा कि यह सब मुझे विचलित नहीं कर सकता. 35 साल की लड़ाई के दौरान कई बार इस तरह की धमकियां मिली हैं.
म्यांमार की जांच में हुआ खुलासा, बनी थी रोहिंग्या मुस्लिम के साथ याद की स्थिति
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि यह मामला उत्तरी दिल्ली के गुरुद्वारा पुलबंगश में हुए दंगों से संबंधित है, जहां तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के एक दिन बाद 1 नवंबर, 1984 को तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी. बादल सिंह, ठाकुर सिंह और गुरुचरण सिंह की हत्या के मामले में पहले क्लोजर रिपोर्ट आई थी, लेकिन बाद में फिर से जांच का आदेश हुआ था.
कांग्रेस नेता सिब्बल CAA को लेकर आए घिरे में, विरोध और समर्थन पर दी
सफाई\सरकार ने अधिकारियों की लगाई क्लास, सीएम योगी ने प्रदेश की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य किया शेयर
सांसद आजम खां के खिलाफ कोर्ट का एक्शन, पुलिस को मिला नया आदेश