पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने भाजपा के उस आरोप पर पलटवार किया है.जिसमें उनके जमानत के आदेश पर सवाल उठाए गए हैैं. बता दे कि वह आइएनएक्स मीडिया भ्रष्टाचार मामले में जमानत है. यहां कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के लिए शुक्रवार को वोट की अपील करने पहुंचे चिदंबरम ने कहा कि भाजपा के नेताओं को आरोप लगाने के पहले सुप्रीम कोर्ट के जमानत आदेश को ठीक से पढ़ लेना चाहिए. चिदंबरम ने हैदराबाद में दुष्कर्मियों के मुठभेड़ में मारे जाने की घटना को जांच का मसला बताया. कहा कि मुठभेड़ असली है या फर्जी, यह तो तफ्तीश से ही पता चलेगा.
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि लगे हाथों उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार पर निशाना साधा और कांग्रेस के घोषणापत्र के कुछ बिंदुओं को उठाते हुए वोट की अपील की. देश की अर्थव्यवस्था को उन्होंने खतरे में करार दिया और यह भी दावा किया कि केंद्र की मोदी सरकार और झारखंड में मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व वाली सरकार नाकाबिल है.कांग्रेस मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन के दौरान पी चिदंबरम कई सवालों से पीछा छुड़ाते भी नजर आए. उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस को चुनाव के इर्दगिर्द ही रखने का आग्रह किया.
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अपने बयान में चिदंबरम ने दावा किया कि कांग्रेस अपने सहयोगी दलों झारखंड मुक्ति मोर्चा और राजद के साथ मिलकर झारखंड में एक काबिल सरकार देगी, लेकिन इस सवाल का जवाब नहीं दे पाए कि आखिरकार कैसे कांग्रेस जेल में बंद लालू प्रसाद और कभी भाजपा की सहयोगी रही झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ काबिल सरकार का दावा कर रहे हैैं. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा द्वारा कांग्रेसियों 'बेल-गाड़ी' पर सवार बताए जाने पर उन्होंने कहा कि भाजपा को जवाब देना चाहिए कि झारखंड में कितने रोजगार पैदा किए. सरकारी नौकरियां खाली पड़ी हैं. सरकार ने 4000 से ज्यादा स्कूल बंद कर दिए हैं.
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