वर्तमान समय में हरियाणा में गठबंधन की सरकार चलाने वाली भाजपा और जजपा के संयुक्त न्यूनतम साझा कार्यक्रम को अमलीजामा पहनाने का वक्त आ गया है. इस अभियान के लिए बनी दोनों दलों की संयुक्त कमेटी की पहली बैठक 28 नवंबर को होने जा रही है. हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज इस कमेटी के चेयरमैन है.
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भाजपा की ओर से शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर और पूर्व कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ तथा जननायक जनता पार्टी की ओर से राज्य मंत्री अनूप धानक व पूर्व विधायक राजदीप फौगाट इस न्यूनतम साझा कार्यक्रम कमेटी के सदस्य हैैं. भाजपा ने चुनाव से पहले प्रदेश की जनता के साथ 268 और जजपा ने 160 वादे किए थे.इन 428 वादों में 72 वादे ऐसे हैं, जो दोनों राजनीतिक दलों के चुनाव घोषणा पत्र में कहीं न कहीं मेल खाते हैं. 12 घोषणाएं तो पूरी तरह एक समान हैैं. जजपा के समस्त वादों को पूरा करने का खर्च 25 हजार करोड़ के आसपास है, जबकि भाजपा यदि समस्त वादे पूरा करना चाहे तो 31 हजार करोड़ की लागत आएगी.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि दोनों दल चूंकि अलग-अलग विचारधारा से चुनाव लड़े और अब सरकार में साझीदार हो गए हैैं तो किसी भी तरह के टकराव को टालने के लिए उन्होंने न्यूनतम साझा कार्यक्रम तैयार किया है. इसके तहत दोनों दल तमाम ऐसे वादों और घोषणाओं पर मिलकर काम करेंगे, जो जनहित में तो होंगी ही, साथ ही दोनों के चुनाव घोषणा पत्र का हिस्सा रहेंगी.जजपा संयोजक एवं डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने विधानसभा में जिस तरह गठबंधन के न्यूनतम साझा कार्यक्रम की पैरवी की है, उसके मद्देनजर साफ है कि दोनों दलों के बीच हाल फिलहाल तो कहीं टकराव के हालात नहीं हैं. छठी बार विधायक चुनकर आए अनिल विज इस न्यूनतम साझा कार्यक्रम को दिशा प्रदान करेंगे.
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