लखनऊ: दिन व दिन बढ़ती जा रही घटनांओं और जुर्म की कहानी से आज हर कोई परेशान है, जिसके कारण आज लोग अपने घरों में भी सुरक्षित नहीं है. हर दिन कहीं न कही से कोई न कोई ऐसी खबर सामने आ ही जाती है जिसकी वजह से लोगों के दिलों में डर बढ़ता ही जा रहा है. इतना ही नहीं इन हादसों के कारण लगातार मौत के आंकड़ों में बढ़ोतरी होती जा रही है. एनकाउंटर में अहम रोल अदा करने वाली उत्तरप्रदेश एसटीएफ की ओर से कहा जा रहा है कि सामने मवेशियों का झुंड आने से कार बुरी तरह से पलट गई. कार में बैठे पुलिसकर्मी कुछ देर के लिए बेहोश हो गए. किन्तु विकास दुबे को एक भी खरोच नहीं आई और वह इंस्पेक्टर रमाकांत पचौरी की पिस्टल छीनकर भागने लगा.
मिली जानकारी के अनुसार पीछे से आ रही एसटीएफ की टीम ने उसका पीछा किया, उससे सरेंडर करने की बात कही, लेकिन उसने पुलिस पर गोलियों से हमला करना शुरू कर दिया. जिसके कारण वे जवाबी फायरिंग में घायल हो गया, जंहा उसके अस्पातल ले जाने के बाद उसकी मौत हो गई. एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने जानकारी दी है कि विकास दुबे के कई साथ अब भी फरारी काट रहे थे. ऐसे में खतरा इस बात का था कि उसे बचाने के लिए पुलिस वालों पर जानलेवा हमला किया जा सकता है. इसी रणनीति के तहत उसे दूसरी गाड़ी में शिफ्ट कर दिया गया था.
वहीं आगे उन्होंने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि रात भर गाड़ी चलाकर ड्राइवर भी थक चूका था, ऐसे में वह अचानक सामने आए मवेशियों की वजह से गाड़ी को कण्ट्रोल नहीं कर पाया और कार पलट गई. जंहा िदश बता का पता चला है कि टोल प्लाजा पर रोकी गई गाड़ियों के संबंध में उन्होंने यह जानकारी दी है कि कानपुर में विकास दुबे का वर्चस्व रहा है. ऐसे में कानपुर के करीब उस पर ज्यादा खतरा मंडरा रहा था. कोई मीडिया कर्मी के रूप में काफिले में न शामिल हो जाए, इसलिए टोल प्लाजा के पास लोगों की चेकिंग सख्ती से की जा रही थी. एक ही क्षेत्र में दो दिनों में एनकाउंटर की एक जैसी घटना को उन्होंने महज इत्तेफाक कहा जा रहा है.
30W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट के साथ लॉन्च होगा रियलमी का नया स्मार्टफोन
महिंद्रा की कारों पर मिल रहा 3 लाख रु तक का बंपर डिस्काउंट
केंद्र द्वारा दिए गए लक्ष्य से दोगुने पौधे रोपेगी दिल्ली सरकार - पर्यावरण मंत्री गोपाल राय