लखनऊ: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस पर पत्थर फेंकने की घटना के बाद साम्प्रदायिक तनाव उत्पन्न हो गया। यह घटना 12 अक्टूबर 2024 को गोंडा के नगर कोतवाली थानाक्षेत्र में हुई, जब जुलूस खैरा मंदिर तालाब की ओर बढ़ रहा था। इस जुलूस में सैकड़ों श्रद्धालु शामिल थे।
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— suraj (@surajpa73246732) October 12, 2024
मूर्ति विसर्जन के दौरान जूलुस पर पथराव के दौरान दो घायल। कोतवाली नगर के घोसियाना मुहल्ले में अराजक तत्वों ने की पत्थरबाजी। मौके पर कप्तान ने संभाला मोर्चा। कौन हैं ये लोग जिनको प्रशासन का भय नहीं है? @aajtak @myogiadityanath @dgpup @digdevipatan @Uppolice @gondapolice pic.twitter.com/p4mmXYNeZU
जब जुलूस मुस्लिम बहुल मोहल्ला घोसियाना से गुजर रहा था, तब वहां से श्रद्धालुओं पर पत्थर फेंके जाने का आरोप लगा। इस पत्थरबाजी से अफरातफरी का माहौल बन गया, और श्रद्धालुओं ने नाराजगी जताते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। इसके परिणामस्वरूप, आसपास के सब्जियों के ठेले भी पलट दिए गए, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। घटनास्थल के पास स्थित तकिया मस्जिद के निकट नाराज श्रद्धालु धरने पर बैठ गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, और कुछ समय बाद हालात सामान्य हो गए। अंततः कड़ी पुलिस सुरक्षा में मूर्तियों का विसर्जन संपन्न हुआ।
पुलिस अधीक्षक IPS विनीत जयसवाल ने बताया कि पत्थर फेंकने वालों की तलाश जारी है और मामले में जांच तथा आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने यह भी बताया कि जुलूस सुरक्षित रूप से संपन्न हुआ, बावजूद इसके कि विसर्जन मार्ग पर स्थित 2-3 मंजिला घरों से पत्थर फेंके गए थे।
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