जयपुर: अक्सर जब किसी त्यौहार पर शोभायात्रा या जुलुस पर हमला होता है, तो कई नेता ये दलील देते नज़र आते हैं कि 'मुस्लिम इलाके' से जुलुस निकाला ही क्यों ? राजनेताओं की इन्ही बातों से असामाजिक तत्वों को शह मिलती है और यही कारण है कि इस तरह के हमलों की घटना बढ़ती जा रहीं हैं। अब धार्मिक जुलुस और शोभायात्रा तो दूर की बात, बारातों पर भी हमले होने लगे हैं। ताजा मामला राजस्थान के अलवर से सामने आया है।
यहाँ, मुस्लिम समुदाय के कुछ उपद्रवियों ने राजपूत समुदाय की बारात पर लाठियों और पथराव से हमला कर दिया। जुलूस में शामिल करीब 8 लोगों को चोटें आईं। उन्हें नौगांव सरकारी अस्पताल ले जाया गया और प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। फिलहाल पुलिस ने स्थिति पर काबू पा लिया है। पुलिस ने एक महिला समेत कम से कम पांच हमलावरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान नजाकत, मुशर्रफ, अनवर, मुनासिफ और जाहिदा के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि यह घटना रविवार दोपहर को अलवर के नौगांवा गांव में हुई जब एक बारात मुस्लिम बहुल इलाके से गुजर रही थी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, रविवार को नीकच इलाके में औड़ राजपूत समुदाय श्यामलाल की बेटी की शादी का जश्न मना रहा था। यह इलाका अलवर के नौगांव थाने के अंतर्गत आता है। जब जुलूस एक मस्जिद के पास पहुंचा, तो मुस्लिम समुदाय के कुछ उपद्रवियों ने बारातियों से बहस की और उनसे डीजे बंद करने को कहा। बाद में उन्होंने बारात पर पत्थरों और लाठियों से हमला कर दिया। पथराव और उसके बाद हुई झड़प में बारात में शामिल महिलाओं समेत करीब 8 लोग घायल हो गए। ASP तेजपाल सिंह ने बताया कि बारात में 100 से ज्यादा लोग शामिल थे। वे शादियों में जश्न के तौर पर हवा में पैसे उड़ा रहे थे।
इसी बीच एक बच्चा कैश उठाने गया तो किसी ने उसे धक्का दे दिया। इसके बाद स्थानीय लोगों और बारात में आए लोगों के बीच कहा-सुनी हो गई। बाद में जब कुछ स्थानीय लोगों ने डीजे बंद करने को कहा तो यह हिंसक झड़प में बदल गया। ASP ने कहा कि कुछ उपद्रवी लाठी-डंडों के साथ झड़प में शामिल हो गए। इस झड़प में कम से कम आठ लोग घायल हो गए हैं। घटना के बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस टीम ने घायलों को नजदीकी अस्पताल भी पहुंचाया। बाद में सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
घटना के बाद पीड़ित परिवार ने पुलिस को लिखित शिकायत दी। बारात में शामिल लोगों का कहना है कि उन पर योजनाबद्ध तरीके से हमला किया गया है। शिकायत के मुताबिक, जब डीजे मस्जिद के पास पहुंचा तो जावेद और मुस्ताक ने उनसे डीजे बंद करने को कहा। लेकिन जब उन्होंने इसका विरोध किया तो मुस्लिम समुदाय की महिलाओं समेत सैकड़ों लोगों ने उन पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया और बारात पर पथराव कर दिया। मुस्लिम भीड़ पर बारात में शामिल महिलाओं से छेड़छाड़ करने का भी आरोप है।
पुलिस ने बारात पर हमला करने के आरोप में 12 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147 (दंगा), 148 (घातक हथियारों से लैस होकर दंगा करना), 149 (गैरकानूनी सभा) और 323 (चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और अन्य फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।
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