शनिवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में आए भीषण तूफान में कुछ लोग घायल हो गए. तूफान ने दोरनापाल क्षेत्र में भी नुकसान पहुंचाया. तहसीलदार महेंद्र लेहरे ने कहा कि घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हवाओं से प्रभावित लोगों को राहत देने के लिए एक सर्वेक्षण किया जाएगा.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि भारत के मौसम विभाग ने 17 और 18 मई को गरज चमक के साथ सामान्य तौर पर बादल छाए रहने की संभावना जताई है और आमतौर पर राज्य की राजधानी में गरज के साथ आसमान में बादल छाए रहेंगे. दरअसल, बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान सक्रिय है. अम्फान से सागर में अवदाब क्षेत्र बना हुआ है. मौसम विभाग ने शनिवार को आशंका जताई है. इस तूफान के असर से उत्तरी छत्तीसगढ़ में 18 से 20 मई तक मौसम में बदलाव आएगा. वहीं गरज के साथ ओलावृष्टि होने की भी आशंका है.
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अपने बयान में मौसम वैज्ञानिक ए एम भट्ट ने बताया कि अंडमान सागर से सक्रिय यह तूफान 18 से 20 मई तक बहुत तीव्र होकर छत्तीसगढ़ के समानान्तर गुजरते हुए पश्चिम बंगाल और ओडिशा के बीच टकराएगा. इसका पहला असर दक्षिण छत्तीसगढ़ में होगा. वहीं, 22 मई तक इसका प्रभाव पूरे छत्तीसगढ़ में होगा. मौसम विभाग के अनुसार, इस दौरान कम से कम 40 से 50 किमी की रफ्तार से हवा चलेगी और कई जगहों पर बारिश होगी. हालांकि, इसका सबसे खराब असर पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड पर पड़ेगा. सैटेलाइट से प्राप्त अवदाब की तस्वीर में तूफान के प्रभाव को रेखांकित किया गया है.
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