वैसे तो शादी में सभी लोग आशीर्वाद के तौर पर दूल्हा-दूल्हन को कोई ना कोई उपहार देता ही है. आज तक आपने दूल्हा-दुल्हन को मिलने वाले उपहार में फ्रिज, टीवी, पंखा और भगी कई सामान के बारे में तो सुना होगा लेकिन हम आपको आज जिस उपहार के बारे में बता रहे हैं उसके बारे में जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे।. आपको बता दें राजस्थान के कोटा में एक संस्था पिछले करीब 8 सालों से नैत्रदान-अंगदान-देहदान जागरूकता के लिये कार्य कर रही है. ऐसे में हाल ही में इसी संस्था से जुड़े टिंकू ओझा का विवाह हुआ है.
इस कपल के विवाह कार्ड में सभी रिश्तेदारों व आने वाले मेहमानों के लिए संदेश लिखा था कि- 'यदि आपको नव-दंपत्ति को कुछ उपहार ही देना है तो, अपना नेत्रदान-अंगदान-देहदान का संकल्प-पत्र भरकर दूल्हे-दुल्हन को भरकर सौंपे.' इस सन्देश को पढ़ने के बाद तो कई लोगों ने इस शादी में आने से ही मना कर दिया था क्योकि सभी को ये डर था कि कहीं ऐसा न हो कि संकल्प पत्र भरने के बाद नेत्रदान-अंगदान करना जरूरी ही हो जाएगा. फिर शाइन इंडिया फाउंडेशन के 5 सदस्यों की टीम मुंडियर गांव गई जहां पर उन्होंने शादी के एक दिन पहले से गांव के सभी लोगो को नेत्रदान-अंगदान के बारे में विस्तार से बताया.
इसके बाद संस्था द्वारा लगाए गए शिविर में गांव के लगभग सभी वर्ग के लोगों ने अंगदान के संकल्प पत्र भरे और इनमे से करीब 35 से ज्यादा लोगों ने अंगदान,110 लोगों ने नेत्रदान व 3 वृद्ध जनों ने देहदान के लिये अपनी सहमति भी प्रदान कर दी. सिर्फ लड़की वाले ही नहीं बल्कि बारातियों ने अपने रिश्तेदारों को भी इस ने कार्य के बारे में बताया था तो इसके बाद बारातियों में से भी 30 लोगों ने अपने नैत्रदान के संकल्प पत्र भरे. इसके बाद दूल्हे टिंकू ओझा व दुल्हन तृप्ति ने भी अपने समाज के करीब 2000 से ज्यादा लोगों के बीच फेरे से पहले अंगदान का संकल्प पत्र भरा.
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