नई दिल्ली : भारत में नोटबंदी के बाद से सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा है छोटे विक्रेताओं पर. इसके साथ ही फुटपाथ विक्रेताओं का व्यापर काफी कम हुआ क्योंकि पेमेंट कैसे ले इसका कोई उपाय नहीं है. इसलिये 30 लाख से अधिक फुटपाथ विक्रेताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठन नेशनल एसोसिएशन ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ इंडिया ,भारतीय मोबाइल वॉलेट कंपनी मोबीक्विक के साथ समझौता करने का ऐलान किया है. इसके बाद से इन विक्रेताओं के व्यापर में बढ़ोत्तरी हो सकती है.
जानकारी दी गयी है की नोटबंदी की वजह से फुटपाथ के लगभग 70 प्रतिशत व्यापारी अपना व्यापर खो चुके है क्योंकि खरीदार ही नहीं मिल रहे है. इसलिए एसोसिएशन ने समाधान के तौर पर उपाय किया है की ऑनलाइन पेमेंट को एक्सेप्ट किया जाये और बड़ी कंपनी से समझौता किया गया है. मोबीक्विक भुगतान पर जल्द ही 25 राज्यों में 30 लाख फुटपाथ विक्रेताओं द्वारा अमल किया जाएगा. ई-वॉलेट कंपनी मोबीक्विक ने अपने पोर्टल पर कुल ट्रैफिक में 100 गुना की वृद्धि और एप डाउनलोडिंग में 200 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है.