बुराड़ी: दिनों दिन बढ़ती जा रही जुर्म और घटनाओं के चलते लोगों के दिलों में दहशत फ़ैल रही है बुराड़ी इलाके में एसएससी की तैयारी कर रहे शक्ति कुमार सिंह (23) ने गले में फंदा लगाकर जान दे दी. वहीं शनिवार सुबह शक्ति के भांजे ने उसे फंदे से लटका देखकर सूचना पुलिस को दी. पुलिस को उसके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. उसके कमरे की दीवार पर अंग्रेजी में जिंदगी और मौत से जुड़े कुछ स्लोगन लिखे जरूर मिले हैं. उसके हाथ पर एक युवती का नाम गुदा था. पुलिस इसे एकतरफा प्यार से जोड़कर भी देख रही है. मूल रूप से बेगूसराय निवासी शक्ति के पिता गांव के मुखिया हैं. पुलिस ने शक्ति का मोबाइल, लैपटॉप व अन्य सामान कब्जे में लिया है.
पुलिस से इस बात का पता चला है कि भांजे शैलेश के साथ शक्ति बी-59, मंदिर वाली गली, संत नगर बुराड़ी में किराए के फ्लैट में रहता था. उसके पिता रामशीश सिंह बिहार में अपने गांव के मुखिया हैं. छह बहनों का इकलौता भाई शक्ति बीएससी करने के बाद एक माह पूर्व ही दिल्ली में भांजे शैलेश के साथ एसएससी की तैयारी करने आया था. यहां दोनों ने मुखर्जी नगर में एसएससी की कोचिंग शुरू कर दी थी. शैलेश ने पुलिस को बताया कि दोनों अलग-अलग कमरों में सोते थे.
वहीं इस बात का खुलासा हुआ है कि बीते शनिवार सुबह 10 बजे शैलेश उठा तो मामा शक्ति को अपने कमरे में पंखे से फंदे में झूलते देखा. परिवार को खबर देने के बाद उसने पुलिस को सूचना दी. पुलिस को शैलेश ने बताया कि उसका मामा हमेशा जिंदगी और मौत की बात करता था. वह कहता था कि इंसान का आखिरी ठिकाना मौत है. वह हमेशा नकारात्मक बातें करता था. इन बातों पर परिजन उसे समझाते भी थे. आशंका है कि इसी वजह से उसने फांसी लगा ली.
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