अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रों ने रविवार को धार्मिक नेता नरसिंहानंद सरस्वती की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना दिया। छात्रों का आरोप है कि पैगंबर के खिलाफ उनकी टिप्पणी गलत थी और उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। विश्वविद्यालय गेट पर मार्च कर रहे प्रदर्शनकारी नरसिंहानंद को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं।
इतना ही नहीं, छात्रों ने स्थानीय अधिकारियों को एक ज्ञापन सौंपकर विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच विवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और जिससे भूमि की शांति को नुकसान पहुंचा। वितरित किए गए ज्ञापन में कहा गया है कि पैगंबर ने मुसलमानों को दूसरों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने से प्रतिबंधित किया था।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को संबोधित नोटिस में धार्मिक समूहों में दुर्भावना और घृणा को बढ़ावा देने की कोशिश करने वालों को दंडित करने के लिए एक विशेष कड़े कानून की मांग की गई। छात्र सभी के बीच शांति और सद्भाव के लिए अपील करते हैं लेकिन इस तरह के बयान और गहरा धार्मिक नेताओं द्वारा की गई टिप्पणी से स्थिति और खराब हो सकती है। बाद में छात्र नेता फरहान जुबैरी ने नरसिंहानंद के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने का आग्रह किया।
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