नई दिल्ली : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय दिल्ली में छात्र संगठन के सदस्यों और कार्यकर्ताओं ने कुलपति को ही बंधक बना लिया। यह विरोध एक छात्र नजीब के लापता होने के कारण हुआ। विद्यार्थियों ने आरोप लगाया है कि नजीब की खोजबीन को लेकर लापरवाही बरती जा रही है। विवि प्रोफेसर को बंधक बनाए जाने को लेकर खासी चर्चा रही।
प्रोफेसर ने कहा कि उन्हें विद्यार्थियों ने गैर कानूनी तरह से बंधक बना रखा था जबकि विद्यार्थियों ने कहा कि उन्हें गैरकानूनी तरह से बंधक नहीं बनाया गया है। विवि परिसर में पुलिस भी मौजूद है। विश्वविद्यालय परिसर में जमकर नारेबाजी की गई। ऐसे में छात्र संगठन ने कुलपति की बातों का विरोध किया। हालात ये थे कि कुलपति के साथ एक महिला सहयोगी को भी बंधक बना लिया गया। जिनका स्वास्थ्य भी कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
हालांकि पुलिस इस मामले में छात्र की तलाश कर रही है। विद्यार्थियों ने कुलपति को बंधक बना लिया था ऐसे में उन्हें किसी से मिलने तक नहीं दिया गया। विद्यार्थियों द्वारा कहा गया कि कुलपति ने इस मामले में ढुलमुल रवैया अपनाया है। दरअसल जेएनयू छात्र संगठन के अध्यक्षमोहित पांडेय द्वारा कहा गया कि किसी ने भी कुलपति को असंगत तरह से बंधक नहीं बनाया है। विवि परिसर के बाहर पुलिस की तैनाती भी की गई है। ऐसे में वे गलत तरह से बंधक नहीं बनाए गए हैं।
जेएनयू विवि प्रशासन ने छात्र नजीब अहमद को खोजने के प्रयास किए जा रहे हैं। कुलपति प्रो. एम जगदीश कुमार ने जेएनयू के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मीडिया से चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रोक्टर के निर्देशन में जांच चल रही है । उन्होंने नजीब को तलाशने की बात कही है। मगर इस मामले में कार्यवाई में तेजी लाई जाना चाहिए। गौरतलब है कि गृहमंत्रालय ने दिल्ली कमिश्नर से इस मामले को लेकर रिपोर्ट मांगी है।