आज सुभाष चंद्र बोस की 126वीं जयंती है। नेताजी की रणनीतियां एवं उनके द्वारा बनाई गई आजाद हिंद फौज का पराक्रम अंग्रेजों के भारत छोड़ कर जाने के कारणों में सम्मिलित था। उनके जन्मदिन को पराक्रम दिवस के तौर पर मनाया जाता है। उनकी कही बातें और उनके नारे करोड़ों भारतीयों के भीतर जोश भर देते हैं।
आज इस विशेष अवसर पर इन विचारों से करें सुभाष चंद्र बोस को याद:-
* ''तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आज़ादी दूंगा''
* याद रखिये सबसे बड़ा अपराध अन्याय सहना और गलत के साथ समझौता करना है।
* 'मुझे यह नहीं मालूम कि स्वतंत्रता के इस युद्ध में हम में से कौन -कौन जीवित बचेंगे, परंतु मैं यह जानता हूं कि अंत में विजय हमारी ही होगी''
* ''जो अपनी ताकत पर भरोसा करते हैं, वो आगे बढ़ते हैं और उधार की ताकत वाले घायल हो जाते हैं।''
* 'आपको यदि अस्थाई रूप से झुकना पड़े तब भी वीरों की तरह ही झुकें।'
* ''जिस व्यक्ति के अंदर 'सनक' नहीं होती वो कभी महान नहीं बन सकता। लेकिन उसके अंदर, इसके आलावा भी कुछ और होना चाहिए।''
* 'राष्ट्रवाद मानव जाति के उच्चतम आदर्श सत्य, शिव और सुन्दर से प्रेरित है।'
* भारत पुकार रहा है, रक्त रक्त को पुकार रहा है। उठो, हमारे पास व्यर्थ के लिए समय नहीं है। अपने हथियार उठा लो, हम अपने दुश्मनों के माध्यम से ही अपना मार्ग बना लेंगे या अगर भगवान की इच्छा रही, तो हम एक शहीद की मौत मरेंगे।
* आजादी दी नहीं जाती, ली जाती है।
आज से शहीदों के नाम से जाने जाएंगे अंडमान-निकोबार के ये 21 द्वीप, PM मोदी ने किया नामकरण
भारतीय टीम हॉकी विश्व कप से हुई बाहर
डॉक्टरों की जगह 12वीं पास कर रहे थे BHU के अस्पताल में इलाज, हैरान कर देने वाला है मामला