नई दिल्लीः बिहार में विधानसभा चुनाव तो अगले साल होने हैं लेकिन सियासी खटपट अभी से ही शुरू हो गई है। यह तकरार एनडीए के भीतर ही शुरू हो गई है। बीजेपी और जदयू के नेताओं के बीच इन दिनों जबरदस्त बयानबाजी चल रही है। बीजेपी के नेता अब राज्य में अपना सीएम चाहते हैं। पटना में आई हालिया बाढ़ ने दोनों के सियासी टकराव को सतह पर ला दिया। इस बीच बीजेपी के सीनियर नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चेताया है।
उन्होंने कहा कि बिहार में भाजपा बड़ा भाई है, जदयू को चाहिए कि वह छोटा भाई बनकर रहे। इससे पहले पटना में रावण वध के अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ किसी भी भाजपा नेता की मौजूदगी नहीं रही थी, जिसपर जदयू नेताओं ने ऐतराज जताया था। बीजेपी सांसद ने कल यानि बुधवार को कहा कि अगर जदयू को बिहार में अपनी राजनीति बचानी है तो उसे छोटे भाई की भूमिका में रहना होगा। देशभर में लोग भाजपा को पसंद कर रहे हैं और इस लहर के बीच बिहार में भी अब भाजपा बड़े भाई की भूमिका में है।
स्वामी ने कहा कि नीतीश कुमार को 2020 का विधानसभा चुनाव जीतना है, उन्हें भाजपा के साथ छोटे भाई की भूमिका में रहना होगा। जदयू अकेले चुनाव लड़ता है तो उसकी स्थिति बेहद कमजोर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा पूरे देश में बढ़ रही है। बंगाल में हम नंबर वन बनने से कुछ ही दूर है। इतना ही नहीं कई राज्यों में हमारी पार्टी नंबर वन है। बिहार तो पुराना गढ़ रहा है।
अपने सख्त टिप्पणी के लिए पहचाने जाने वाले स्वामी ने कहा कि नीतीश कुमार को पता करना चाहिए कि भाजपा के नेता किस कारण से नाराज हैं। उन्होंने गिरिराज सिंह की टिप्पणी का भी समर्थन करते हुए कहा कि वह स्पष्टवादी नेता हैं। इसके साथ ही उन्होंने पटना में आई बाढ़ को लेकर सरकार की विफलता पर नीतीश पर निशाना भी साधा।
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