नईदिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के पुत्र कार्ति चिंदबरम को लेकर आलोचना की गई है। कार्ति चिदंबरम व उनकी कंपनियों द्वारा विदेशी बैंक के 21 खाते ऐसे हैं जिनकी सूचना आयकर विभाग को नहीं है। अब इस मामले में भ्रष्टाचार को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी से मांग की गई है कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करे। भारतीय जनता पार्टी इस मामले में कांग्रेस को घेरने में लगी है।
भाजपा ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि कार्ति चिदंबरम व उनके नियंत्रण वाली कंपनियों के 21 अघोषित विदेशी खातों की जानकारी उपलब्ध करवाने के बाद भी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो व प्रवर्तन निदेशालय ठोस कार्रवाई नहीं कर पाई है। भाजपा ने इस मसले पर कांग्रेस और पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम का विरोध भी किया है। हालांकि अभी तक कार्ति चिदंबरम प्रवर्तन निदेशालय के सामने प्रस्तुत नहीं हुए हैं।
गौरतलब है कि इस तरह के खाते विदेशी बैंक के हैं जिनमें मोनको के बार्कलेज बैंक, युनाईटेड किंगडम के मैट्रो और एचएसबीसी बैंक, सिंगापुर के स्टेंडर्ड चार्टर्ड व ओसीबीसी बैंक, स्विट्ज़रलैंड के यूबीएस बैंक आदि शामिल हैं। स्वामी का कहना था कि भ्रष्टाचार के विरूद्ध की जाने वाली लड़ाई में जो बातें नज़रअंदाज़ की जा रही हैं उन मसलों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को याद दिलवाना होगा और उनके हस्तक्षेप की मांग की जाएगी।
उनका कहना था कि नोटबंदी को वित्तमंत्रालय का सपोर्ट नहीं मिलने से कुछ मुश्किल रही। हालांकि पी चिदंबरम ने सोशल मीडिया पर अपनी टिप्पणी दी उनका कहना था कि जो आरोप लगाए गए हैं वे गलत हैं और उन्होंने जो फाईलिंग की थी वह अप टु डेट है।
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