कोलकाता: पश्चिम बंगाल में अष्ठधातु और सोने की नकली प्रतिमाओं को ऑनलाइन और ऑफलाइन बेचकर लोगों को ठगने वाले तस्कर सद्दाम सरदार ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। दरअसल, दक्षिण 24 परगना जिले में जब बंगाल पुलिस ने तस्कर सद्दाम सरदार और उसके भाई सैरुल को दबोच लिया था, तब भीड़ ने पुलिस को ही खदेड़कर दोनों आरोपियों को छुड़ा लिया। इसके कुछ घंटों पर जब पुलिस ज्यादा जवान लेकर फिर से उसे पकड़ने के लिए उसके घर पहुंची, तो वहां उन्हें 2 महिलाएँ मिली।
पश्चिम बंगाल के कुलटोली जिला दक्षिण 24परगना के सद्दाम सरदार के bedroom से एक सुरंग मिला जो सीधा बांग्लादेश तक का रास्ता है
— Nazia Elahi Khan (Modi Ka Parivar) (@NaziaElahiKhan1) July 16, 2024
100 मीटर पार 2 पुलिस स्टेशन भी है पर पुलिस मंत्री ममता दीदी के साथ पुलिस के नाक जे नीचे ये सद्दाम गोल्ड, बांग्लादेशी घुसपैठिया डोनो का करोबार कर रहा था आराम… pic.twitter.com/1G8PhvGerQ
दोनों महिलाओं ने हुज्जत करते हुए बंगाल पुलिस को उलझाए रखा और इसी दौरान सद्दाम सरदार फरार हो गया। दरअसल, वो घर में तो घुसा था, लेकिन पूरा घर खंगालने के बावजूद नहीं मिला, जैसे गायब हो गया हो। ये देख पुलिस भी हैरान रह गई। जब पुलिस ने गहनता से घर की तलाशी ली, तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। वहाँ एक सुरंग थी, जो सुंदर बन (भरत- बांग्लादेश सीमा पर मौजूद डेल्टा) में निकलती थी। बताया जा रहा है कि सद्दाम सरदार वहीं से भागकर बांग्लादेश चला गया है। खबरों के अनुसार, यह मामला दक्षिण 24 परगना जिले के कुलतली का है।
बंगाल पुलिस का कहना है कि कंक्रीट की सुरंग का एक छोर सद्दाम सरदार के घर के एक भूमिगत कमरे में है, जबकि दूसरा छोर एक नहर से जुड़ा हुआ है। पुलिस ने सोमवार (15 जुलाई 2024) को सरदार को उस मामले में अरेस्ट किया, जिसमें उसने नकली सोने की मूर्ति के माध्यम से नादिया जिले के एक व्यक्ति से 12 लाख ठगे थे। हालाँकि भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया और सरदार को उनके कब्जे से छुड़ा लिया। यही नहीं, भीड़ में से कुछ लोगों ने पुलिस को डराने के लिए कुछ राउंड हवाई फायरिंग भी की थी।
पुलिस ने बताया कि इस घटना के बाद में पुलिस ज्यादा जवानों को लेकर सरदार के घर पहुँची, तभी उसके घर में 40 फुट की सुरंग का खुलासा हुआ। बताया जा रहा है कि सद्दाम इसी रास्ते फरार होकर बांग्लादेश में भाग गया। पश्चिम बंगाल के DGP राजीव कुमार ने कहा कि किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जायेगा। बरुईपुर पुलिस जिले के एक अधिकारी ने बताया है कि , “सद्दाम और उसका भाई सैरुल कई मामलों में वांछित हैं। पुलिस के उनके घर पर दबिश दिए जाने की स्थिति में भागने के लिए ही घर में सुरंग बनाई गई थी।”
पुलिस अधिकारी ने बताया कि, “वह खरीदारों को यह कहकर लुभाता था कि उसके पास सोने की छड़ें और मूर्तियाँ हैं, जिनको वो कम कीमत पर बेचना चाहता है। वह खरीदारों नकली सोने की चीज़ें दिखाता था। जब खरीदार आते थे, तो सद्दाम उन्हें एक सुनसान स्थान पर ले जाता था और फिर उन पर हमला कर उनका सारा सामान छीन लेता था।” पुलिस की पूछताछ में इन महिलाओं ने बताया है कि सद्दाम इन चीज़ों की बिक्री ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से करता था। इसके लिए बाकायदा समाचार पत्रों और सोशल मीडिया में विज्ञापन भी देता था। इसमें प्राचीनतम और अष्टधातु की मूर्तियों की बिक्री का दावा करता था, इसके लिए ग्राहकों से मोटी रकम वसूल करता था और उन्हें प्राचीनतम जैसी दिखने वाली नकली प्रतिमाएं भेज देता था।
हालाँकि, इस पूरे मामले में सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात वो सुरंग है, जिससे कोई व्यक्ति बंगाल से सीधे बांग्लादेश भाग सकता है। बता दें कि, बंगाल में वैसे ही बांग्लादेशी घुसपैठियों की बड़ी आबादी है। सीएम ममता बनर्जी खुद इन्हे बाहर निकालने का विरोध करती हैं। आरोप लगते हैं कि, ममता बनर्जी ने इन्हे अपना वोट बैंक बना रखा है। लेकिन इनमे से कई घुसपैठिए यहाँ अपराध करते हैं और फिर बांग्लादेश भाग जाते हैं। माना जा रहा है कि, इस तरह की सुरंगें और घरों में भी हो सकती हैं, जो घुसपैठियों के भारत में दाखिल होने में भी मदद करती होंगी।
महाराष्ट्र में वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ बड़ा एक्शन, गढ़चिरोली पुलिस ने 12 माओवादियों को किया ढेर
'100 लाओ सरकार बनाओ..', भाजपा को अखिलेश यादव का खुला ऑफर, आखिर क्या हैं इसके मायने ?